– भारत के जवाब से एलओसी पर चौकियां छोड़ भागे पाकिस्तानी
– खाली की गईं कई चौकियों पर भारतीय सैनिकों ने कब्ज़ा जमाया
– सीज फायर उल्लंघन करने वाले 5 से 7 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए
– पीओके के लांचिंग पैड्स पर 250 से 300 आतंकियों में मची भगदड़
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (एलओसी) बुधवार की रात 10 बजे अचानक उस समय गर्म हो उठी जब पाकिस्तान ने पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में फायरिंग शुरू कर दी। भारत ने भी पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के तातापानी और डेराशेर खान सेक्टर को निशाना बनाकर जवाबी कार्यवाही की। भारतीय सेना के सटीक हमलों ने पाकिस्तान की दो चौकियों को तबाह कर दिया।
इस कार्यवाही में 5 से 7 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं जबकि पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने दो सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। भारत के कड़े रुख को देखते हुए पाकिस्तानी सैनिक एलओसी पर अपनी चौकियों को छोड़कर भाग निकले। आधी रात तक दोनों ओर से फायरिंग और गोलाबारी चल रही है।
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास आतंकियों को घुसपैठ कराने के इरादे से पाकिस्तान की ओर से प्रतिदिन की जा रही गोलाबारी नहीं थम रही है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बुधवार सुबह आतंकियों से मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर किया। ये तीनों आतंकी स्थानीय निवासी थे जो अल बदर आतंकी संगठन से जुड़े थे।
इसके बाद पाकिस्तान ने बुधवार रात लगभग 10 बजे जम्मू-कश्मीर के जिला पुंछ के कृष्णाघाटी और मनकोट सेक्टर में एलओसी के साथ मोर्टार के अलावा छोटे हथियारों से गोलीबारी करके युद्धविराम का उल्लंघन किया। इस दौरान हल्के व भारी हथियारों का इस्तेमाल किया गया। गोलाबारी की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी। इससे सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल देखने को मिला। गोलाबारी के डर से लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए।
भारतीय सेना ने भी भारी गोलाबारी शुरू करके करारा जवाब देना शुरू किया। भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के तातापानी और डेराशेर खान सेक्टर को निशाना बनाकर पिन प्वाइंट की सटीकता के साथ हमले शुरू किये। भारत के करारे जवाब से भारत-पाकिस्तान सीमाओं पर स्थित लांचिंग पैड्स पर भारत में घुसपैठ के लिए बैठे करीब 250 से 300 आतंकियों में भगदड़ मच गई।
पीओके के इन शिविरों में भारी जनहानि की आशंका जताई गई है जिसमें हताहतों की संख्या 3 अंकों में भी हो सकती है। इस बीच नवनियुक्त भर्ती किए गए आतंकवादियों ने रावलपोरा में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की उन चौकियों को निशाना बनाया जहां से सीज फायर का उल्लंघन करके भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी की जा रही है।
भारतीय सेना के सटीक हमलों से एलओसी पर पाकिस्तानी सेना की कम से कम 2 चौकियां पूरी तरह तबाह हो गईं। भारत की इस जबरदस्त जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तान के 5 से 7 जवानों के भी मारे जाने की खबर है। भारत के कड़े रुख को देखते हुए पाकिस्तानी सैनिक एलओसी पर अपनी चौकियों को छोड़कर भाग निकले। अपुष्ट खबर यह भी है कि खाली की गईं कई चौकियों पर भारतीय सैनिकों ने अपना कब्ज़ा जमा लिया है।
दोनों ओर से भारी गोलाबारी और फायरिंग के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तानी वायुसेना की भी हवाई हलचल बढ़ी है। घायल हुए जवानों के निकासी अभियान में पाकिस्तानी सेना की दो एयर एम्बुलेंस भी एलओसी के करीब देखी गईं। इससे लगता है कि भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की सेना में हताहतों की संख्या ज्यादा है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने भी अपने ट्विटर हैंडल @OfficialDGISPR से भारत की जवाबी कार्यवाही में एलओसी के साथ खुरीरत्ता सेक्टर में दो पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। भारत की गोली का शिकार हुए जवानों के नाम लांस नायक तारिक और सिपाही जरौफ बताये गए हैं। इसके अलावा पाकिस्तान डिफेन्स नाम के ट्विटर हैंडल @Defence__Pk से ट्विट में पुष्टि की गई है कि भारत की गोलाबारी से पाकिस्तान के सेक्टर ताई पाणी और सहरा सेक्टर में ताई निवासी एक महिला नसीम फातिमा, विधवा साबिर हुसैन शाह घायल हो गए, जबकि कई घर और एक मस्जिद भी क्षतिग्रस्त हो गए। एलओसी के दारा शेर खान और सेहरा इलाके में बिजली काट दी गई है।