नई दिल्ली। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के अधिकारी अगले महीने 1 सितंबर से देश के सात बंदरगाहों पर कस्टम के अधिकारियों के साथ मिलकर विदेश से आयात होने वाली वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के तय मानकों पर खरा उतरने पर ही आयातित वस्तुओं के देश बाजार में प्रवेश की अनुमति होगी। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पासवान ने कहा कि ‘वन नेशन-वन राशन कार्ड’ की तर्ज अब ‘एक राष्ट्र-एक मानक’ होगा।
एक राष्ट्र-एक मानक बनाया जाएगा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में एक राष्ट्र-एक मानक तैयार किया जा रहा है। इसके लिए बीआईएस को नोडल एजेंसी बनाया गया है। बीआईएस विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ मिलकर एक मानक तैयार कर रहा है। उन्होंने बीआईएस के अधिकारियों को इसके लिए एक समय-सीमा तय करने का निर्देश देते हुए 31 मार्च 2021 की तिथि पर विचार करने को कहा है। इस मौके पर मौजूद बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि ‘एक राष्ट्र-एक मानक’ को अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
मानकों पर खरा नहीं उतरने वाले चीनी खिलौनों को प्रवेश की अनुमति नहीं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खिलौनों के लिए आवश्यक क्वालिटी कंट्रोल स्टैंडर्ड (क्यूसीएस) को लागू करने की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह 1 सितंबर से लागू होगी। क्यूसीएस लागू होने के बाद मानकों पर खरा नहीं उतरने वाले खिलौने को भारतीय बाजार में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इससे चीन से सस्ते खिलौने के आयात पर लगाम लग सकती है।
254 क्यूसीएस तैयार, दो स्तर पर होगी जांच
मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, बीआईएस ने जांच के लिए वर्तमान में 254 क्यूसीएस यानी क्वालिटी कंट्रोल स्टैंडर्ड तैयार कर लिए हैं और बाकी 268 पाइपलाइन में है। उन्होंने बताया कि जिन वस्तुओं का ज्यादा आयात होता है, उनके मानक तैयार किए जा रहे हैं। इन वस्तुओं में स्टील के सामान, केमिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद और खिलौने शामिल हैं। तिवारी ने बताया कि क्वालिटी की जांच दो स्तर पर होगी। इसमें सामान बनाने वाली विदेशी फैक्ट्री और शिपमेंट के देश में आने के बाद वाली जांच शामिल है।