नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के बीच नौकरीपेशा लोगों के लिए राहत की खबर है। इस बार आपकी सैलरी बढ़ सकती है। स्टाफिंग कंपनी जीनियस कंसल्टेंट्स के एक सर्वे में कहा गया है कि कंपनियां इंक्रीमेंट देने के मूड में हैं। यह 5-10% तक की हो सकती है।
आधे से ज्यादा कंपनियां इंक्रीमेंट देने के मूड में हैं
जीनियस कंसल्टेंट्स के सर्वे देशभर की 1200 कंपनियां शामिल हुईं। इसमें से 59% कंपनियों ने कहा कि वे कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने के मूड में हैं। 20% ने कहा कि हम सैलरी बढ़ाएंगे लेकिन यह 5% से भी कम होगा। जबकि 21% कंपनियां 2021 सैलरी नहीं बढ़ाएंगी।
फ्रेशर के लिए नौकरियों के नए अवसर खुलेंगे
सर्वे में शामिल 43% कंपनियां ने कहा कि वे फ्रेशर को नौकरी देंगी। वहीं, 41% कंपनियों की योजना रिप्लेसमेंट हायरिंग यानी अनुभवी कर्मचारियों को नौकरी देने की है। 11% कंपनियां इस बार नौकरी देने की स्थिति में नहीं हैं। एक और खास बात सामने आई है कि साउथ इंडिया बेस्ड कंपनियां नई हायरिंग में सबसे आगे रहेंगी, जिनमें बेंगलुरु, चेन्नई जैसे शहर शामिल हैं। इसके बाद वेस्टर्न इंडिया यानी मुंबई जैसे शहरों की कंपनियां नौकरी देंगी।
सर्वे में HR सॉल्युशन, IT, ITES, BPO सहित बैंकिंग एंड फाइनेंस, कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग, एजुकेशन, लॉजिस्टिक हॉस्पिटैलिटी, मीडिया, फार्मा, मेडिकल, पावर एंड एनर्जी, रियल एस्टेट जैसे जाने-माने सेक्टर की कंपनियां शामिल हुईं।
सर्वे करने वाली कंपनी जीनियस कंसल्टेंट्स ने बताया कि हायरिंग के लिहाज से 2021 उम्मीदों भरा है। भारतीय कंपनियों की हालत तेजी से सुधर रही है, जो पिछले साल महामारी के चलते बिगड़ गई थी। कंपनियां मार्केट डिमांड के हिसाब से सैलरी पैकेज ऑफर कर रहीं हैं।
कोरोना की दूसरी लहर से बढ़ी चिंता
दूसरी ओर बढ़ते कोरोना संक्रमण से देश एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। अगर इसी तरह सख्ती बढ़ती है तो इकोनॉमिकल्स एक्टिविटिज पर बुरा असर पड़ेगा। ऐसे में नौकरियों में एक बार फिर भारी छंटनी की आशंका है। देश में बेरोजगारी की बात करें तो 11 अप्रैल को समाप्त हफ्ते में यह 8.6% पर पहुंच गई है। जबकि दो हफ्ते पहले बेरोजगारी दर 6.7% पर थी।