138 करोड़ जनसंख्या वाले देश में बिना वैक्सीन के हर्ड इम्युनिटी डेवलप करना सही नहीं : केन्द्र

नई दिल्ली।  स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को कहा कि हर्ड इम्युनिटी एक इनडायरेक्ट प्रोटेक्शन है। हर्ड इम्युनिटी वैक्सिनेशन के बाद पैदा होती है या फिर पहले बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों में होती है। भारत की जनसंख्या 138 करोड़ है। इस तरह की जनसंख्या वाले देश में बिना वैक्सीन के हर्ड इम्युनिटी डेवलप करना सही नहीं है। यह बेहद खतरनाक है।

भारत में अब तक 10 लाख से ज्यादा मरीज कोरोनावायरस से ठीक हो चुके हैं। ये अपने आप में बड़ी कामयाबी है। ये दिखाता है कि हमारे डॉक्टर, नर्स और फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स ने बहुत मेहनत और लगन से काम किया है।

देशभर में 1400 लैब्स बनाई गई हैं

राजेश भूषण ने कहा कि रिकवरी रेट बढ़ रहा है। अप्रैल में यह 7.85% और आज यह 64.4 % है। हमने अपने टेस्टिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया है। देश में एक करोड़ 81 लाख 90 हजार टेस्ट किए जा चुके हैं। हमने देशभर में 1400 लैब्स बनाई हैं। बुधवार को चार लाख 46 हजार टेस्ट हुए हैं।

21 राज्यों में 10% से कम पॉजिटिविटी रेट

उन्होंने कहा- 25, 26 और 27 जुलाई को हमने पांच लाख से ज्यादा टेस्ट किए। देश में 10 लाख की जनसंख्या पर 324 टेस्ट होते हैं। उधर, 21 राज्यों में 10% से कम पॉजिटिविटी रेट है। राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पॉजिटिविटी रेट 5% से कम है। आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 10% से ज्यादा है।

16 राज्यों में देश के औसत से ज्यादा रिकवरी रेट

राजेश ने कहा- 16 राज्यों का रिकवरी रेट देश के औसत से ज्यादा है। इसमें दिल्ली में 88%, लद्दाख में 80%, हरियाणा में 78%, असम में 76%, तेलंगाना 74%, तमिलनाडु और गुजरात 73%, राजस्थान में 70%, मध्य प्रदेश में 69%, गोवा में 68% हैं।

देश में मृत्युदर दुनिया में सबसे कम

देश में मृत्युदर 2.21% है। यह दुनिया में सबसे कम है। 24 राज्य ऐसे हैं, जहां की मृत्युदर देश की औसत मृत्युदर से भी कम है।

भारत में दो वैक्सीन का ट्रायल शुरू

दुनिया में तीन वैक्सीन फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल पर हैं। इसमें एक अमेरिका, दूसरी ब्रिटेन और तीसरी चीन में है। भारत में दो वैक्सीन हैं। दोनों के फेज-1 और फेज-2 ट्रायल शुरू हो चुके हैं। आठ हॉस्पिटलों में ये ट्रायल चल रहे हैं। वैक्सीन की उपलब्धता दो तरीकों से हो सकती है।

कम्युनिटी स्प्रेड नहीं

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कम्युनिटी स्प्रेड की कोई परिभाषा नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। 2011 की जनगणना के मुताबिक 640 जिले थे आज 740 जिले हैं और यहां केवल 50 जिलों में 80 प्रतिशत केस हैं। ऐसे में कम्युनिटी स्प्रेड की बात गलत है। इसलिए यह बहस ही बेकार है।

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