नई दिल्ली। 2020 में कोरोना काल के दौरान जहां लोग अपने
स्वास्थ्य के प्रति बेहद जागरूक दिखे तो वहीं उनके इस डर और जागरुकता को
हेल्थकेयर और हाईजीन उत्पाद बनाने वाली कंपनियों ने भी खूब भुनाया।
हेल्थकेयर कंपनियों ने अपने उत्पादों की खरीदारी को उत्साहित करने के लिए
टीवी पर जमकर विज्ञापन दिए।
यह खुलासा हुआ है टैम मीडिया रिसर्च द्वारा
प्रकाशित एक रिपोर्ट में। रिपोर्ट के अनुसार बीते पूरे साल के दौरान
कमर्शियल विज्ञापन में सामान्य मनोरंजन चैनलों (जीईसी) पर टॉयलट सोप,
सेनीटाइजर-एंटीसेप्टिक और च्यवनप्राश की ही धूम रही।
रिपोर्ट के मुताबिक टॉयलेट सोप जीईसी पर टॉप-10 विज्ञापन श्रेणियों की सूची में 9% के
साथ टॉप पर रहा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वर्ष 2020 के दौरान लगभग
1300 एक्सक्लूसिव विज्ञापनदाताओं और 2700 ब्रांडों ने जीईसी पर विज्ञापन
दिये जबकि 2016 से 2020 के दौरान टेलीविजन पर इन विज्ञापनों की कुल
हिस्सेदारी मात्र एक-चौथाई ही थी।
इसके अलावा ई-कॉमर्स, वेबसीरीज (मनोरंजन) और सोशल मीडिया कंपनियों के विज्ञापनों में भी 2019 की तुलना
में 2020 में दोगुना इजाफा हुआ है।
जहां तक कंपनियों की तरफ से टीवी विज्ञापन पर किए गए खर्च की बात है तो उसमें सबसे बड़ा 7 पर्सेंट का
हिस्सा टॉयलेट सोप कैटेगरी का ही रहा। उसके बाद 4-4 पर्सेंट के साथ ईकॉमर्स
और टूथपेस्ट कैटेगरी का नंबर रहा। उसके अलावा 2020 में शैंपू, वॉशिंग
पावडर, फ्लोर क्लीनर, दुग्ध पदार्थ, कार और चॉकलेट कैटेगरी के टीवी ऐड पर
भी जमकर खर्च किया गया।