2022 तक किसानों की आय कैसे होगी दो गुनी, संसद में सरकारी दावों की खुली पोल

नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कई योजनाओं का संचालन कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई मौकों पर कह चुके हैं कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरे तन-मन से काम कर रही है। लेकिन संसद में पेश रिपोर्ट से सरकार के दावों की पोल खुल गई है। रिपोर्ट के अनुसार देश के 13,85,40,234 किसानों पर 16,80,366.77 करोड़ रूपए का कर्ज है।

देश में एक तरफ किसान कृषि कानून के विरोध में 8 महीने से धरना दे रहे हैं, उधर सरकार कानून वापस लेने को तैयार नहीं है।  दूसरी तरफ सत्तारूढ़ भाजपा के नेता किसानों को समृद्ध  बताकर उपहास उड़ा रहे हैं। उधर, संसद में किसानों को लेकर रोज हंगामा किया जा रहा है। ऐसे में किसानों की बात हो और उनके कर्जमाफी का मुद्दा  न उठे ऐसा कम ही होता है।

अब ये मुद्दा संसद में उठा और सरकार से सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार किसानों के कर्ज को माफ करने की योजना बना रही है? इस पर लिखित में जवाब देते हुए वित्त राज्यमंत्री भागवत किशनराव कराड ने संसद को बताया कि किसानों की कर्जमाफी को लेकर फिलहाल सरकार की कोई भी योजना नहीं है। नाबार्ड  के आंकड़ों के मुताबिक देश के किसानों पर इस समय 16.8 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है।

साथ ही सरकार ने संसद में किसानों के कर्ज से जुड़ा पूरा डाटा भी पेश किया जिसमें सभी राज्यों के किसानों पर कर्ज का लेखा-जोखा मौजूद है। इस दस्तावेज के मुताबिक सबसे ज्यादा कर्ज में डूबे किसान वाले राज्यों में तमिलनाडु सबसे ऊपर है। तमिलनाडु के किसानों पर 1.89 लाख करोड़ का कर्ज है।

-पंजाब ने माफ किया 590 करोड़
हाल ही में पंजाब सरकार ने किसानों के 590 करोड़ रुपए के कर्ज को माफ करने का ऐलान किया है। ये कर्जमाफी मजदूरों और भूमिहीन कृषक समुदाय के लिए कृषि कर्ज माफी योजना के तहत करने की घोषणा की गई है। बता दें कि पंजाब में इस योजना के तहत अब तक 5.64 लाख किसानों का 4,624 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया जा चुका है। इसके अलावा कई अन्य राज्यों ने भी किसानों के कर्ज को माफ करने की बात कही है।
राज्यवार कर्जदार किसानों की संख्या और उन पर कर्ज (करोड़ों में)

इन 5 राज्यों के किसानों पर सबसे ज्यादा कर्ज
तमिलनाडु- 189623.56 करोड़ का कर्ज
आंध्र प्रदेश- 169322.96 करोड़ का कर्ज
उत्तर प्रदेश- 155743.87 करोड़ का कर्ज
महाराष्ट्र- 153658.32 करोड़ का कर्ज
कर्नाटक- 143365.63 करोड़ का कर्ज

इन 5 राज्यों में सबसे ज्यादा संख्या में किसान कर्जदार
तमिलनाडु- 1,64,45,864 किसान कर्जदार
उत्तर प्रदेश- 1,43,53,475 किसान कर्जदार
आंध्र प्रदेश- 1,20,08,351 किसान कर्जदार
कर्नाटक- 1,08,99,165 किसान कर्जदार
महाराष्ट्र- 1,04,93,252 किसान कर्जदार

इन 5 प्रदेशों के किसानों पर सबसे कम कर्ज
दमन और दीव- 40 करोड़ का कर्ज
लक्षद्वीप- 60 करोड़ का कर्ज
सिक्किम- 175 करोड़ का कर्ज
लद्दाख- 275 करोड़ का कर्ज
मिजोरम- 554 करोड़ का कर्ज

इन 5 राज्यों में सबसे कम संख्या में किसान कर्जदार
दमन और दीव- 1,857 किसान
लक्षद्वीप- 17,873 किसान
सिक्किम- 21,208 किसान
लद्दाख- 25,781 किसान
दिल्ली- 32,902 किसान

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here