कानपुर। IIT कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने दावा किया कि देश में कोरोना की तीसरी लहर 23 से 25 जनवरी के बीच में शुरू होगी। अब देश में तकरीबन 3 से 4 लाख मामले रोजाना सामने आएंगे। इनमें डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों वैरिएंट रहेंगे।
प्रो मणींद्र अग्रवाल ने गणितीय मॉडल के आधार पर कहा है, ‘यूपी में कोरोना की यह लहर पीक पर पहुंच चुकी है। 20 जनवरी से इसकी शुरुआत हो चुकी है। जो डाटा यूपी से मेरे पास आया है उसके हिसाब से अब यहां पर जल्द ही कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिलेगी’।
जल्द होने लगेंगी कोरोना केस में गिरावट
प्रो मणींद्र अग्रवाल के मुताबिक, देशभर में कोरोना की तीसरी लहर का पीक 23 से 25 जनवरी के बीच शुरू होगी। पीक के दौरान 3 से 4 लाख केस रोजाना आने की संभावना है। प्रो अग्रवाल ने बताया कि जिस तरह से कोरोना संक्रमितों की मिलने की संख्या बढ़ेगी, उसकी दोगुनी रफ्तार से इसमें गिरावट भी देखने को मिलेगी।
यूपी में कम होंगे आकड़े
प्रो. अग्रवाल ने बताया कि पहली और दूसरी लहर के आकलन के बाद कोरोना की तीसरी लहर के इकट्ठा हुए डाटा के हिसाब से उनका आकलन है। कोई भी वायरस आप देख लो जितनी तेजी से ऊपर जाता है उतनी ही तेजी से ऐसे वायरस नीचे आते हैं। इसलिए यूपी में फर्क नहीं समझ आएगा।
बूस्टर डोज वालों को भी घबराने की जरूरत नहीं
देश में कल से पीक शुरू होने की संभावना है। प्रो अग्रवाल ने बताया कि बूस्टर डोज से कोरोना को आसानी मात दिया जा सकता है। वैक्सीन लगाने से कोरोना के संक्रमण को रोका जा सकता है कोरोना को नहीं। दूसरी लहर में मौतों के आंकड़े देखें। जो ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत में आया है। उसके डाटा के हिसाब से ये डेल्टा की तरह नुकसान नहीं पहुंचाएगा, क्योंकि ज्यादातर लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।
फरवरी में रफ्तार होगी धीमे
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक, कोरोना की तीसरी लहर की एकदम सटीक भविष्यवाणी करना अब काफी मुश्किल है, लेकिन जितना डाटा मिला है। उसके हिसाब से मेरा मॉडल ये कहता है कि आने वाले दिनों में कोरोना के मामलों में धीरे-धीरे कम होने लगेंगे। फरवरी तक संक्रमण की रफ्तार काफी धीमी हो जाएगी। 15 फरवरी के आसपास 20 से 25 हजार तक केस आने लगेंगे। इसके बावजूद उन्होंने ये भी कहा कि लोगों को सतर्कता बरतने की अब भी जरूरत है।