इन दिनों दुनिया में ही नहीं, बल्कि भारत में भी हाइब्रिड वर्कप्लेस की संस्कृति तेजी से बढ़ रही है। ऑफिस की डेस्क पर सुबह 9 से शाम 6 बजे तक काम करना अब पुराने दिनों की बात है। हाइब्रिड वर्कप्लेस की संस्कृति अब काउच से ऑफिस तक ऑन-द-गो काम करना संभव बनाती है।
शोध फर्म गार्टनर की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में दुनिया में सबसे बड़ी संख्या में रिमोट वर्कफोर्स तैयार हो रही है। ज्यादातर कर्मचारियों का मानना है कि वे रोजाना नहीं, तो सप्ताह में कुछ दिनों के लिए वे कहीं से भी काम करना पसंद करते हैं।
हालांकि, ऑफिस में विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलती है, जिसकी वजह से काम तेज रफ्तार से पूरा होता है। जो लोग रिमोट प्लेस से काम करते हैं, वे अच्छी तरह से जानते हैं कि धीमी इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण हाइब्रिड काम मुश्किल लगने लगता है।
कनेक्टिविटी ड्रॉप के कारण महत्वपूर्ण वीडियो कॉल के दौरान फ्रीज हुई स्क्रीन या ऑडियो मीटिंग के दौरान बार बार रिकनेक्ट होने की वजह से काम की दक्षता प्रभावित होती है। साथ ही काम के दौरान सहकर्मियों या टीम से जुड़े रहने के लिए भी अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी जरूरी है।
हाइब्रिड काम करने वाले कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर यह है कि एयरटेल 5G प्लस अब 500 से भी ज़्यादा शहरों में सक्रिय है और उसकी 30 गुना तक तेज़ स्पीड की सुविधा ऑन-द-गो काम करने वाले लोगों के लिए भी वरदान साबित हो रही है।
अब अच्छी कनेक्टिविटी की वजह से उन्हें घर के सोफे से लेकर ऑफिस के रास्ते के बीच कहीं से भी तेज स्पीड से काम करने की आजादी मिली है।
ओन -द -गो वाई फाई जैसी स्पीड
एयरटेल 5G प्लस 30 गुना तक तेज स्पीड से चलता है, जो विशेष रूप से वीडियो कॉल्स और डाउनलोडिंग या अपलोडिंग को पूरी तरह से सुपरफास्ट और कम विलंबता का बना देती है। एयरटेल 5G प्लस की बेहतरीन कनेक्टिविटी यह सुनिश्चित करती है कि रिमोट वर्कफोर्स ओन -द -गो अपनी टीम या सहकर्मियों से जुड़ी रह सकती है। इससे किसी भी स्थान को वर्चुअल कॉर्नर ऑफिस में बदलना संभव हो जाता है।
बेंगलुरू में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले रुचिर गर्ग का कहना है कि एयरटेल 5G प्लस ने ऑन-द-गो काम करने को बेहद आसान बना दिया है। यह पूरी तरह क्रांतिकारी अनुभव है, खासकर उन लोगों के लिए जो हाइब्रिड काम पसंद करते हैं। वे अपनी कहानी कुछ इस तरह बताते हैं-
‘मैं एक कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट हूं। मुझे मैनेजमेंट टीम से हर वक्त जुड़े रहना होता है और टीम को निर्देश देने होते हैं। मुझे घर से ऑफिस पहुंचने में डेढ़ घंटे का वक्त लगता है। कई मीटिंग्स मुझे कैब में ही अटैंड करनी होती है। ऐसे में धीमी इंटरनेट कनेक्टिविटी मेरे काम की लय को बिगाड़ सकती है। लेकिन जब से मैं एयरटेल 5G प्लस पर आया हूं, मेरी कनेक्टिविटी बेहतर हो गयी है और मेरा काम पूरी तरह आसान हो गया है।’
रुचिर आगे बताते हैं, ‘एयरटेल 5G प्लस मेरे लिए गेम चेंजर रहा है। मैं काम के दौरान हमेशा धीमी इंटरनेट कनेक्टिविटी से परेशान रहा हूं। एयरटेल 5G प्लस के साथ अब मुझे इस समस्या से नहीं जूझना पड़ता। एयरटेल 5G प्लस की अल्ट्रा फास्ट स्पीड ने ऑन-द-गो काम बेहद आसान बना दिया है।’
अनलिमिटेड 5G डेटा का शुरुआती ऑफर
यदि आपको काम के दौरान ज्यादा वीडियो कॉल्स करनी होती है या बड़े आकार की फाइल्स को शेयर करना होता है, तो एयरटेल 5G प्लस आपके काम को और आसान कर सकता है। इसकी हाई क्वालिटी और बड़ी फाइलों को संभालने की क्षमता बेमिसाल है। सााथ ही एयरटेल 5G प्लस के साथ आपको इंट्रोडक्टरी ऑफर के रूप में अनलिमिटेड 5G डेटा मिलता है।
नोएडा में एक कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर का काम करने वाली स्वाति मालवानी कहती हैं, ‘मैं राजस्थान के जोधपुर शहर से हूं। वीकएंड्स पर मैं अपने घर जाती हूं। पहले घर पर या सफर के दौरान मैं काम नहीं कर पाती थी। धीमी कनेक्टिविटी की वजह से लैपटॉप पर सभी मॉड्यूल्स एक साथ काम नहीं कर पाते थे। लेकिन अब एयरटेल 5G प्लस ने मेरे काम को पूरी तरह आसान बना दिया है।
‘ वे आगे कहती हैं, ‘एयरटेल 5G प्लस पर काम का अनुभव पूरी तरह बदल गया है। मैं एयरटेल 5G प्लस की मदद से रिमोट लोकेशन से ऑफिस वर्क समय पर पूरा करने लगी हूं। सुपर-फास्ट इंटरनेट स्पीड के साथ एयरटेल 5G प्लस अपने इंट्रोडक्टरी ऑफर में मुफ्त असीमित 5G डेटा भी देता है, जिससे बड़ी फाइल्स भी बिना किसी तनाव के ट्रांसफर हो जाती हैं। एयरटेल 5G प्लस ने मेरी वर्किंग स्किल को बढ़ा दिया है।”
एयरटेल 5G प्लस में वास्तव में कर्मचारियों के लिए अधिक लचीलेपन और कार्य-जीवन संतुलन की पेशकश कर देश में पारंपरिक कार्यालय के माहौल और कार्य संस्कृति को बदलने की क्षमता है। एयरटेल 5G प्लस के फायदे सिर्फ ऑफिस में काम करने वाले लोगों तक ही सीमित नहीं। कोई भी व्यक्ति, चाहे वह स्टूडेंट हो या बिजनेसमैन, एयरटेल 5G प्लस द्वारा पेश किए गए बेहद तेज नेटवर्क का फायदा उठा सकता है।