नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले 2 करोड़ के आंकड़े को छूने वाले हैं, लेकिन अब भी हम कोरोना वायरस के बारे में सब कुछ नहीं जानते हैं। वैज्ञानिक आज भी ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि ये वायरस हर व्यक्ति अलग तरह से क्यों संक्रमित करता है। कुछ लोगों में इसके हल्के लक्षण दिखते हैं, तो कई लोगों में गंभीर, जो जानलेवा साबित होते हैं और कई लोगों के कोरोना पॉज़ीटिव होने के बावजूद कोई लक्षण नहीं दिखते। कोरोना वायरस के कुछ ऐसे में स्ट्रेन हैं, जिसका असर इंसान के ठीक हो जाने के बावजूद लंबे समय तक रहता है।
इसी को देखते हुए लंदन के किंग्ज़ कॉलेज ने एक स्टडी में पाया कि कोरोना वायरस भले ही एक वायरस है, लेकिन ये 6 अलग-अलग तरीके से लोगों को संक्रमित करता है।
पहला क्लस्टर: बिना बुखार के फ्लू जैसा संक्रमण
ये कोरोना के सबसे हल्के लक्षण हैं। इस तरह के लक्षण ऊपरी श्वास पथ में परेशानी के कारण होते हैं। इस तरह के संक्रमण से पीड़ित लोगों में सर्दी, गले में ख़राश, बंद नाक, सीने में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सूंघने में दिक्कत और सिरदर्द के लक्षण दर्ज किए गए। जबकि ऐसे लोगों में बुखार नहीं देखा गया।
दूसरा क्लस्टर: बुख़ार के साथ फ्लू जैसा संक्रमण
पहले क्लस्टर की तुलना में दूसरा क्लस्टर थोड़ा ज़्यादा बोझिल है, इस श्रेणी से संबंधित रोगियों में हल्के फ्लू जैसे संक्रमण के लक्षण होने के साथ-साथ लगातार बुख़ारऔर भूख न लगना भी शामिल है। आवाज़ में कर्कशता, जो सूखी खांसी या कोविड-19 की वजह से होती है।
तीसरा क्लस्टर: गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण
इस क्लस्टर से संबंधित मरीजों को ऐसे लक्षणों का सामना करना पड़ा, जो उनके पाचन और जठरांत्र संबंधी कार्य को प्रभावित करते हैं। हालांकि इस क्लस्टर के मरीज़ों में खांसी एक प्रमुख लक्षण नहीं था, लेकिन मतली, भूख न लगना, उल्टी, दस्त जैसे लक्षण देखे गए। सिर दर्द और सीने में दर्द भी देखा गया।
चौथा क्लस्टर: कमज़ोरी के साथ गंभीर लक्षण
इस क्लस्टर के मरीज़ों में कमज़ोरी, इम्यूनिटी के धीमे होने पर थकावट महसूस होना, जैसे लक्षण देखे गए। इस तरह के लक्षण कोरोना वायरस के गंभीर मामले की चेतानवी माने जाते हैं। इस श्रेणी में रोगियों को थकान, सिरदर्द, गंध और स्वाद की हानि, गले में ख़राश, बुखार और सीने में दर्द जैसे लक्षणों से गुज़रना पड़ता है।
पांचवां क्लस्टर: भ्रम की स्थिति के साथ गंभीर लक्षण
ये चौथे क्लस्टर से ज़्यादा गंभीर रूप होता है, इस क्लस्टर में लक्षण तंत्रिका कामकाज को प्रभावित करते हैं और इसे स्थायी प्रभाव की शुरुआत माना जाता है। जिसमें COVID का असर सीधा दिमाग़ पर पड़ सकता है। सिर दर्द, सूंघने में परेशानी, भूख न लगना, खांसी, बुख़ार, कर्कश, भ्रम की स्थिति, गले में ख़राश, सीने में दर्द, कमज़ोरी, मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण आम हैं।
छठा क्लस्टर: पेट और सांस की तकलीफ के साथ गंभीर लक्षण
इसमें सबसे ख़तरनाक और गंभीर प्रकार के लक्षण होते हैं, जो पहले हफ्तों में लोगों में देखे जाते हैं। इसमें मरीज़ भ्रम, गले में ख़राश, लंबे समय से बुख़ार, भूख न लगना, सिरदर्द, दस्त, सांस की तकलीफ, मांसपेशियों और पेट में दर्द जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं। इस तरह के लक्षण वाले लोगों को फौरन अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। यहां तक कि वेंटिलेशन और ऑक्सीजन सपोर्ट की ज़रूरत भी पड़ सकती है।