बेंगलुरु, एएनआई। कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा कि अगर विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो वह भाजपा सरकार द्वारा चार प्रतिशत मुस्लिम कोटा खत्म करने को बहाल कर देंगे। कर्नाटक सरकार ने मार्च में अल्पसंख्यकों के लिए चार प्रतिशत कोटा को समाप्त करने और राज्य के दो प्रमुख समुदायों के मौजूदा कोटे में जोड़ने का फैसला किया है।
ओबीसी श्रेणी के 2बी वर्गीकरण के तहत मुसलमानों को दिए गए चार प्रतिशत आरक्षण को अब दो समान भागों में विभाजित किया जाएगा और वोक्कालिगा और लिंगायत के मौजूदा कोटे में जोड़ा जाएगा, जिनके लिए पिछले साल विधानसभा सत्र के दौरान 2सी और 2डी की दो नई आरक्षण श्रेणियां बनाई गई थीं। शिवकुमार ने कहा कि बिना किसी समस्या के हमने अपनी दो सूचियां जारी की। भाजपा अभी तक अपनी सूची नहीं बढ़ा पाई। जैसे ही हमारी सरकार आएगी, हम आरक्षण के मुद्दे को रद कर देंगे और अल्पसंख्यक हितों की रक्षा करेंगे।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि भाजपा की राज्य चुनाव समिति ने 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र से तीन नामों को चुना है और पार्टी का संसदीय बोर्ड आठ अप्रैल को नई दिल्ली में बैठक करेगा और उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देगा। मुख्यमंत्री भी बैठक में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र और जिला स्तर से राय ली गई है, जिसके बाद राज्य चुनाव समिति ने तीन नामों (प्रति निर्वाचन क्षेत्र) को चुना है। इस पर दिल्ली में संसदीय बोर्ड द्वारा चर्चा की जाएगी और इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों की सूची की घोषणा करने की प्रतिक्षा कर रहे हैं। भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि उम्मीदवारों की सूची की घोषणा शायद दो से तीन दिनों में की जाएगी।