दिन-दहाड़े थानों और चौकियों के सामने से गुजर रहे बालू लदे ओवरलोड ट्रक
चित्रकूट। जिले में धड़ल्ले से ओवरलोडिंग हो रही है। अभी तक ओवरलोड वाहन रात में गुजरते थे। अब दिन-दहाड़े ओवरलोड ट्रक गुजर रहे हैं। ओवरलोड लदे बालू लदे ट्रक घाट व थाने-चौकियों के सामने से बेधड़क निकलकर नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। शासन-प्रशासन के दावों के बाद भी ओवरलोड़ बालू ढुलाई का खेल थमता नजर नहीं आ रहा है। रात हो या दिन ओवरलोड ट्रक, डम्फर व ट्रैक्टरों से बालू ढुलाई हो रही है।
सरकार व जिलाधिकारी के निर्देश के बाद भी ओवरलोडिंग का खेल चल रहा है। ओवरलोडिंग का धन्धा सेटिंग की बदौलत फल-फूल रहा है। जिलाधिकारी ओवरलोडिंग रोकने को आये दिन सख्त निर्देश दे रहे हैं। इसके बाद भी मातहत अधिकारियों ने ओवरलोडिंग की ओर से अपनी आंखे मूंद ली हैं। आखिर क्या कारण है कि जिले में ओवरलोडिंग थमने का नाम नहीं ले रही है।
ओवरलोडिंग से राजस्व को जहां भारी क्षति पहुंच रही है, वहीं सड़कें ध्वस्त हो रही हैं। जिम्मेदार अधिकारी ओवरलोडिंग की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगो का आरोप है कि परिवहन और पुलिस विभाग का महीना बंधा होने के कारण जिम्मेदार अधिकारी ओवर लोड ट्रक देखने के बावजूद अपनी आंखे मूंद लेते है। यातायात विभाग की भी भूमिका संदिग्ध है। हेल्मेट और मास्क न होने पर दोपहिया वाहनो का चालान कर दिया जाता है। वही, शासन के आदेश के बावजूद ओवर लोड बालू और गिटटी लदे ट्रको के विरुद्ध कोई कार्यवाई नहीं की जाती है।