लखनऊ/रायबरेली। राजस्थान के मचे अंदरूनी कलह के बीच कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश में भी झटका लगा है। यहां विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने साक्ष्यों के अभाव में विधायक अदिति सिंह और राकेश सिंह की सदस्यता रद्द करने की कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया। वहीं, हरदोई के भाजपा विधायक नितिन अग्रवाल पर फैसला सुरक्षित रखा गया है।
कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ने रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह और हरचंदपुर सीट से विधायक राकेश सिंह के खिलाफ दलबदल कानून के तहत 16 नवंबर 2019 को सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका दायर की थी। दोनों विधायक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी मानें जाते हैं और कई मौकों पर अपनी पार्टी लाइन से इतर भाजपा सरकार का समर्थन किया है।
कांग्रेस से बगावत कर चुकी अदिति सिंह को राज्य सरकार ने ग्रेडेड सुरक्षा दी है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का मामला हो या प्रवासी श्रमिकों के लिए कांग्रेस की तरफ से एक हजार बसों के चलाने की पेशकश, अदिति सिंह ने पार्टी लाइन से इतर अपनी आवाज मुखर की है।
दोनों विधायकों का रुख कांग्रेस के खिलाफ
रायबरेली सदर की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह रायबरेली के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह की पुत्री हैं। वे 2017 में चुनाव लड़ी थीं। वहीं, रायबरेली की ही हरचंदपुर सीट से कांग्रेस विधायक राकेश सिंह भाजपा में शामिल हो चुके एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के सगे भाई हैं।
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