नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर भारत-चीन सीमा पर विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया और कहा कि उनका शत प्रतिशत ध्यान अपनी छवि बनाने पर केंद्रित है। साथ ही कहा कि एक आदमी की छवि एक राष्ट्र के नजरिए का विकल्प नहीं है। उन्होंने एक ट्वीट में वीडियो सीरीज के तीसरे वीडियो को जोड़ते हुए कहा, “प्रधानमंत्री का ध्यान शत प्रतिशत अपनी छवि बनाने पर केंद्रित है। भारत के कब्जे वाले सभी संस्थान इसी कार्य को करने में व्यस्त हैं। एक व्यक्ति की छवि राष्ट्रीय नजरिए का विकल्प नहीं है।”
केरल के वायनाड से सांसद ने वीडियो में कहा, “मनोवैज्ञानिक रूप से आपको अपने शक्तिशाली पद की बदौलत चीनियों से निपटना चाहिए।”
भारत को किस तरह से चीन को जवाब देना चाहिए, इस पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि यदि आप उनके साथ ‘शक्तिशाली’ की तरह निपटते हैं तो आप उनके साथ काम कर सकते हैं, आपको वह मिल सकता है जिसकी आपको जरूरत है और यह वास्तव में किया जा सकता है।
राहुल गांधी ने कहा, “लेकिन अगर उनकी समझ कमजोर पड़ गई है तो आपके पास यह था। और पहली बात यह है कि आप चीन से बिना नजरिए के नहीं लड़ सकते।” कांग्रेस नेता ने साथ ही यह भी कहा कि वह सिर्फ राष्ट्रीय नजरिए की नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय नजरिए की भी बात कर रहे हैं।
वहीं चीन के महत्वाकांक्षी बेल्ट और रोड परियोजना को लेकर राहुल गांधी ने कहा, “बेल्ट और रोड ग्रह की प्रकृति को बदलने का एक प्रयास है। भारत के पास एक वैश्विक ²ष्टि होनी चाहिए और अगर उन्हें अब एक आइडिया बनना है, और इसे एक वैश्विक आइडिया बनाना है तो जो चीज भारत की रक्षा करने वाली है, वह है एक बड़ी सोच।”
वहीं चीन के साथ भारत के सीमा विवाद को लेकर राहुल ने कहा, “हमें अपने ²ष्टिकोण को बदलना होगा, हमें हमारे सोचने के तरीके को बदलना होगा, यही वह बिंदु है जहां से रास्ते अलग होंगे, अगर हम इस तरह से जाते हैं तो हम एक प्रमुख खिलाड़ी बन सकते हैं और अगर हम दूसरे रास्ते पर जाते हैं तो हम अप्रासंगिक हो जाते हैं। और यही वजह है कि मैं आपे के बाहर हो रहा हूं, क्योंकि मैं देख सकता हूं कि हम कितना बड़ा अवसर खो रहे हैं।”
सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, “क्योंकि हम लंबे वक्त के लिए नहीं सोच रहे हैं, हम बड़ा नहीं सोच रहे हैं और हम अपने आंतरिक संतुलन को बिगाड़ रहे हैं, हम आपस में लड़ रहे हैं।”
देश में राजनीतिक परिश्य की ओर इशारा करते हुए, उन्होंने कहा कि राजनीति को देखिए पूरे दिन एक भारतीय दूसरे भारतीयों से लड़ रहा है, ऐसा इसलिए है क्योंकि वे एक स्पष्ट नजरिए के साथ आगे नहीं बढ़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, “और मुझे पता है कि प्रधानमंत्री मेरे एक प्रतिद्वंद्वी हैं और यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उनसे सवाल करूं और उन पर दबाव डालूं ताकि वह अपना काम करें। उनकी जिम्मेदारी यह है कि वह नजरिया दें और मैं आपको बता सकता हूं कि ये वहां नहीं हैं और यही कारण है कि चीन आज वहां है।
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कराने में मदद करने वाले मुफ्ती…
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबला दुबई…
भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला…
अपनी उर्दू तो मोहब्बत की ज़बां थी प्यारे उफ़ सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब…
दिल्ली सरकार की महिलाओं को 2500 रुपये हर महीने देने वाली योजना को लेकर नई…
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेनी नेता की यह कहकर बेइज्जती किए जाने के बाद कि ‘आप…