न्यूयॉर्क। डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन को जीतने के लिए जितने चुनावी वोटों की जरूरत है, वे उसके करीब पहुंच गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा कर दी है कि वह ‘अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शासन’ करने के लिए तैयार हैं। वहीं वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने प्रतिद्वंदी को रोकने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
बाइडेन ने कहा, “हम यह घोषित करने के लिए यहां नहीं हैं कि हम जीत गए हैं, बल्कि मैं यहां यह बताने के लिए आया हूं कि मुझे विश्वास है कि जब गिनती खत्म हो जाएगी, तो हम विजेता होंगे।”
बुधवार की रात तक बाइडेन को 264 इलेक्टोरल वोट मिले थे, जो कि राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी 270 में से केवल 6 कम थे, वहीं ट्रंप को केवल 214 इलेक्टोरल वोट मिले थे। ट्रंप के जीतने का केवल एक ही तरीका है कि वे बचे हुए 60 वोटों में से 54 पर कब्जा कर पाएं।
इसके अलावा बाइडेन ने बुधवार दोपहर तक 70.3 मिलियन यानि कि 7 करोड़ से ज्यादा मतपत्र पाकर राष्ट्रपति पद के सबसे अधिक लोकप्रिय उम्म्मीदवार होने का एक रिकॉर्ड बनाया, जबकि गिनती जारी थी। वहीं ट्रंप को 67.5 मिलियन यानि कि 6.7 करोड़ वोट मिले थे।
अमेरिका में विजेता को लोकप्रिय वोटों से नहीं, बल्कि इलेक्टोरल कॉलेज या निर्वाचक मंडल के मतों की संख्या से निर्धारित किया जाता है। इसमें राज्यों के आकार के अनुसार वोट वितरित किए जाते हैं।
पोस्टल बैलेटों की गिनती जारी रखने के खिलाफ ट्रंप के अदालती मामले झेल रहे बाइडेन ने कहा, “हर वोट को गिना जाना चाहिए। कोई भी हमारे लोकतंत्र को हमसे दूर नहीं कर सकता है। हम लोग आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।”
वहीं अब तक शांतिपूर्ण रहे माहौल में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। न्यूयॉर्क में हजारों प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया।
वहीं बुधवार की सुबह तक कई प्रमुख राज्यों में आगे रहने वाले ट्रंप की बढ़त शाम तक कम हो गई। ट्रंप व्हाइट हाउस में रहे और ट्वीट किया, “कल रात मैं कई प्रमुख राज्यों में आगे था। फिर एक-एक करके हम जादुई रूप से गायब होने लगे, यह बहुत अजीब बात है। मतपेटियां गिनी जाने लगीं। पेंसिल्वेनिया, विस्कॉन्सिन और मिशिगन में सभी जगह बाइडेन को वोट मिल रहे हैं। हमारे देश के लिए यह बहुत बुरा है।”
ट्रंप ने पेन्सिलवेनिया, मिशिगन और जॉर्जिया में मुकदमे दायर किए हैं। कुछ राज्यों और उनकी अदालतों ने मंगलवार को मतदान के समापन के बाद मिले मतपत्रों की गिनती करने की अनुमति दी है जबकि ट्रंप ऐसा नहीं चाहते हैं। पेंसिल्वेनिया राज्य के सर्वोच्च न्यायालय के एक आदेश के अनुसार, निर्वाचन दिवस तक मतपत्रों की प्रक्रिया जारी रख सकता है और शुक्रवार तक उन्हें प्राप्त कर सकता है। ट्रंप ने बुधवार सुबह कहा कि वह अपने मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाएंगे। ऐसी ही स्थिति अन्य प्रमुख राज्यों में भी है।
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