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PM मोदी ने किया आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट उद्घाटन, 8379 करोड़ की लागत से बिछेगी लाइन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

इस परियोजना की अनुमानित लागत 8,379.62 करोड़ रुपये होगी और यह 5 सालों में पूरी होगी।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से पहले तक परियोजनाओं की घोषणाएं तो हो जाती थीं, लेकिन पैसा कहां से आएगा इस पर विचार नहीं किया जाता था। लेकिन, बीते छह साल में परियोजनाओं के साथ उसकी लागत पर पहले ध्यान दिया गया। नतीजा आज देश के 27 शहर मेट्रो से जुड़े हैं।

मोदी ने कहा कि सरकार के प्रयासों से ट्रैवल व टूरिज्म में भारत दुनिया में 34वें नंबर पर आ गया है। 2013 में भारत इसी इंडेक्स में 65 वें नंबर पर था। जैसे कोरोना की स्थिति संभल रही है, वैसे ही टूरिज्म इंडस्ट्री की रौनक लौटेगी। PM ने एक बार फिर दोहराया कि कोरोना की वैक्सीन आने में अब ज्यादा देर नहीं है, लेकिन इससे एहतियात बरतना नहीं छोड़ना है।

PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के नए भारत के सपने उतने ही बड़े व विराट हैं। लेकिन सपने देखने से काम नहीं चलता, सपनों को साहस के साथ पूरा भी करना होता है। जब साहस व समर्पण के साथ आगे बढ़ते हैं तो कोई बाधा रोक नहीं सकती है। बता दें कि आगरा मेट्रो ट्रायल दो साल में होना है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (UPMRC) के मुताबिक, इस पर 8 हजार करोड़ से अधिक खर्च आएगा। 30 KM लंबा रूट होगा।

PM की 8 बड़ी बातें-

  1. 8 हजार करोड़ की लागत से यह मेट्रो प्रोजेक्ट आधुनिकता को और मजबूत करेगा। पिछले छह साल में यूपी के साथ जिस स्केल व स्पीड से मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम हुआ, वह इस सरकार की पहचान व प्रतिबद्धता दोनों को दर्शाता है।
  2. आज देश के 27 शहरों में या तो काम पूरा हो चुका है या काम अलगअलग चरणों में है। आगरा मेट्रो से जुड़ने वाला सातवां शहर है। देश में सिर्फ मेट्रो नेटवर्क ही नहीं बन रहे, आज देश में कोच मेक इन इंडिया के तहत बन रहे हैं। सिग्नल सिस्टम पर भी काम चल रहा है। मेट्रो मामले में भी भारत आत्मनिर्भर हो रहा है।
  3. पश्चिमी यूपी के शहरों में तो हर वो चीज है जो हमें आत्मनिर्भरता के लिए चाहिए। यहां की भूमि व किसानों में अपार सामर्थ्य है। यह क्षेत्र सर्विस सेक्टर व मैनेजमेंट सेक्टर में भी आगे बढ़ रहा है। नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट के तहत 100 लाख करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने की तैयारी है। मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी इन्फ्रास्ट्रक्चर मास्टर प्लान पर भी काम किया जा रहा है। कोशिश है कि देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए पूरी दुनिया से निवेश आकर्षित किया जाए।
  4. देश में बड़ी समस्या थी कि नए प्रोजेक्ट की घोषणा तो हो जाती थी, लेकिन पैसा कहां से आएगा इस पर ध्यान नहीं दिया जाता था। हमारी सरकार ने नई परियोजनाओं की शुरूआत से पहले ही उस पर खर्च होने वाली धनराशि पर बहुत ध्यान दिया है। देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए पूरी दुनिया से निवेश को आकर्षित किया जाए। इसके लिए हर कदम उठाए जा रहे हैं। बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर व बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ हमेशा टूरिज्म को मिलता है। इससे हर किसी के लिए कमाई का साधन मिलता है। इसी सोच के साथ देश लोकल टूरिज्म के लिए वोकल हो, इसके लिए देश में काम चल रहा है।
  5. टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ई-वीजा स्कीम देशों की संख्या बढ़ाई गई है। सरकार के प्रयासों से ट्रैवल व टूरिज्म में भारत दुनिया में 34वें नंबर पर आ गया है। 2013 में भारत इसी इंडेक्स में 65 वें नंबर पर था। जैसे कोरोना की स्थिति संभल रही है, वैसे ही टूरिज्म इंडस्ट्री की रौनक लौटेगी।
  6. रियल एस्टेट सेक्टर की क्या स्थिति थी इससे हम भलीभांति परिचित हैं। घर बनाने वालों और घर खरीदारों के बीच भरोसे की एक खाई आ चुकी थी। कुछ गलत नीयत वाले लोगों ने पूरे रियल एस्टेट को बदनाम करके रखा था, हमारे मध्यम वर्ग को परेशान करके रखा था। इस परेशानी को दूर करने के लिए RERA का कानून लाया गया। हाल में आई कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि इस कानून के बाद मिडिल क्लास के घर तेजी से पूरे होने शुरु हुए हैं।
  7. अमृत मिशन के तहत देश के सैकड़ों शहरों में पानी, सीवर जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड किया जा रहा है। शहरों में सार्वजनिक टॉयलेट्स की बेहतर सुविधाएं हों, वेस्ट मैनेजमेंट की आधुनिक व्यवस्था हो, इसके लिए स्थानीय निकायों को मदद दी जा रही है। अब एक संपूर्णता की सोच से रिफॉर्म्स किए जा रहे हैं। शहरों के विकास को ही लीजिए। शहरों के विकास के लिए हमने 4 स्तरों पर काम किया है। बीते समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान हो, जीवन ज्यादा सुगम हो, ज्यादा से ज्यादा निवेश हो, और आधुनिक टेक्नॉलॉजी का उपयोग अधिक हो।
  8. शहरों का जीवन आसान बनाने के लिए आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर हाउसिंग तक चौतरफा काम चल रहा है। यहां आगरा से ही प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत हुई थी। इस योजना के तहत शहरी गरीबों के लिए 1 करोड़ से ज्यादा घर स्वीकृत हो चुके हैं। शहर के मध्यम वर्ग के लिए भी पहली बार घर खरीदने के लिए मदद दी जा रही है। अब तक साढ़े 12 लाख से ज्यादा शहरी मध्यम वर्गीय परिवारों को भी घर खरीदने के लिए लगभग 28 हजार करोड़ रुपए की मदद दी जा चुकी है।

योगी बोले- आज आगरा में आधुनिक युग की शुरूआत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज इस ऐतिहासिक शहर को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के एक नए युग मेट्रो की सौगात मिल रही है। आगरा में न केवल 26 लाख की आबादी निवास करती है, प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में भारतीय व विदेशी पर्यटक भी आते हैं। आज के समय के अनुरुप आगरा शहर में पर्यावरण के अनुकूल सुविधा का अभाव होने के नाते कई दिक्कतें आ रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता व्यक्त की थी। लेकिन पिछले छह सालों में PM मोदी ने जो सार्थक प्रयास शुरू किए उसी का परिणाम है कि यूपी के लखनऊ में संचालन के साथ ही आगरा, कानपुर, गाजियाबाद में मेट्रो की सौगात मिली है। आज हम सबके लिए गौरव की बात है। जहां कोरोनाकाल में गरीब, नौजवान के लिए शासन की कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाने का काम हुआ, वहीं इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का कार्य भी अभूतपूर्व हुआ है।

किसान आंदोलन का डर, सपाई धरने पर
मेट्रो प्रोजेक्ट के शुभारंभ के मौके पर आज कई संगठनों द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में जिला मुख्यालय के घेराव का ऐलान किया है। अधिकांश संगठनों ने प्रशासन के दबाव में अपना प्रदर्शन आगे बढ़ा दिया है। सपा, कांग्रेस और प्रसपा के एक दर्जन से अधिक नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया गया है। हालांकि सपाई कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन अलर्ट है। खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट किया गया है।

आगरा में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करते सपा कार्यकर्ता।

8 हजार करोड़ रुपए से अधिक का आएगा खर्च
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट पर 8,369 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। 272 करोड़ रुपए से ताजगंज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड पर स्टेशन बनाया जाएगा। 30 किमी लंबा मेट्रो ट्रैक होगा। साढ़े 22 किमी एलीवेटेड और साढ़े सात किमी अंडरग्राउंड ट्रैक बनेगा। 14 किमी सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कॉरिडोर होगा। 16 किमी आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक दूसरा कॉरिडोर होगा। इसके अलावा PAC ग्राउंड में आगरा मेट्रो का पहला और कालिंदी विहार में दूसरा डिपो बनेगा। एत्मादपुर मदरा गांव में मेट्रो का कास्टिंग यार्ड बनाया जाएगा।

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