Categories: देश

टीएमसी में शामिल बीजेपी सांसद की पत्नी ने तलाक की धमकी पर क्या कहा?

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की सियासत में मचे घमासान के लिए बीजेपी सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान के तृणमूल में शामिल होने के बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म है। सुजाता के टीएमसी में जाने से उनके सांसद पति नाराज है। सौमित्र ने उन्हें तलाक का नोटिस भेजने की बात करते हुए भावुक होकर कहा कि राजनीतिक वजहों से उनकी शादी टूट गई।

वहीं सुजाता मंडल खान ने उम्मीद जताई है कि एक दिन खुद भाजपा सांसद सौमित्र तृणमूल कांग्रेस में आ जाएंगे। सुजाता लंबे समय से राजनीति में हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने ही अपने पति के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी थी।

कोर्ट ने जब लोकसभा चुनाव के ठीक पहले सौमित्र को निर्वाचन क्षेत्र विष्णुपुर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी थी तो सारा चुनाव प्रबंध सुजाता मंडल ने ही देखा था। अब उनका बीजेपी छोड़ टीएमसी में शामिल होना महत्व रखता है।

इतना ही नहीं सुजाता ने प्रधानमंत्री के साथ मंच भी साझा किया था। वह बंगाल बीजेपी की महत्वपूर्ण नेता के रूप में उभर रही थीं। लेकिन उनका कहना है कि बीजेपी में वह बुरी तरह उपेक्षित थीं, बीजेपी उन्हें स्वीकार नहीं कर पा रही थी, उनके काम को सराहा नहीं जा रहा था।

सुजाता मंडल खान ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि मैं सांस लेना चाहती हूं। मैं इज्जत चाहती हूं। मैं एक योग्य पार्टी की योग्य नेता बनना चाहती हूं। मैं दीदी के लिए काम करना चाहती हूं।

उन्होंने जोर देकर कहा कि वे भाजपा में तब थीं जब दूसरे लोग नहीं थे, लेकिन अब भ्रष्ट और अयोग्य नेताओं को पार्टी में लाया जा रहा है और उन्हें तरजीह दी जा रही है। उनका इशारा टीएमसी के उन विद्रोहियों की ओर था, जिन्हें हाल फिलहाल बीजेपी में शामिल किया गया है, हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।

उन्होंने भावुक हो कर कहा, ‘मुझ पर हमले तक किए गए, मैंने अपने पति को चुनाव जितवाने के लिए काफी त्याग किया, पर बदले में मुझे कुछ नहीं मिला।’

वहीं सांसद सौमित्र खान ने एक अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘राजनीति के कारण मेरा 10 साल का वैवाहिक संबंध टूट गया। मैं बीजेपी के लिए और कड़ी मेहनत करूंगा।’

सुजाता खान ने कहा कि वे राजनीति और निजी रिश्ते को अलग-अलग रखना चाहती हैं। यह उनके पति पर निर्भर है कि वे क्या करते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि वे एक दिन इसे समझेंगे। क्या पता एक दिन वे तृणमलू कांग्रेस में ही लौट आएं।’

टीएमसी को क्या होगा फायदा

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के कुछ महीने पहले बीजेपी से किसी का तृणमूल कांग्रेस में आने का मनोवैज्ञानिक फायदा टीएमसी को मिलेगा। इसकी वजह यह है कि बीते दिनों लगभग 35 छोटे-बड़े नेता टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए हैं। इनमें विधायक भी हैं। शुभेन्दु अधिकारी राज्य सरकार में मंत्री थे, उन्होंने पद और पार्टी से इस्तीफ़ा दिया और बीजेपी चले गए।

सौमित्र खान को बंगाल बीजेपी का महत्वपूर्ण नेता माना जाता है। वे बीजेपी में 2014 में ही शामिल हुए, चुनाव लड़ा, सांसद बने। वे अभी भी बीजेपी में ही हैं और उनका कहना है कि वहीं रहेंगे।

admin

Share
Published by
admin

Recent Posts

कुलभूषण को अगवा कराने वाला मुफ्ती मारा गया: अज्ञात हमलावरों ने गोली मारी

भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कराने में मदद करने वाले मुफ्ती…

1 month ago

चैंपियंस ट्रॉफी में IND vs NZ फाइनल आज: दुबई में एक भी वनडे नहीं हारा भारत

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबला दुबई…

1 month ago

पिछले 4 टाइटल टॉस हारने वाली टीमों ने जीते, 63% खिताब चेजिंग टीमों के नाम

भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला…

1 month ago

उर्दू पर हंगामा: उफ़! सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब से…

अपनी उर्दू तो मोहब्बत की ज़बां थी प्यारे उफ़ सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब…

1 month ago

किन महिलाओं को हर महीने 2500, जानें क्या लागू हुई शर्तें?

दिल्ली सरकार की महिलाओं को 2500 रुपये हर महीने देने वाली योजना को लेकर नई…

1 month ago

आखिर क्यों यूक्रेन को युद्ध खत्म करने के लिए मजबूर करना चाहते है ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेनी नेता की यह कहकर बेइज्जती किए जाने के बाद कि ‘आप…

1 month ago