नई दिल्ली। भारत के कार मार्केट में सबसे तेज ग्रोथ एसयूवी सेगमेंट में है। कमोबेश हर कंपनी इस सेगमेंट में है, लेकिन हुंडई और किआ सब पर हावी हैं। दोनों साउथ कोरियाई कंपनियों में कड़ा कंपटीशन है। लेकिन आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि किआ और हुंडई न सिर्फ टेक्नोलॉजी शेयर करती हैं, बल्कि इनके प्लेटफॉर्म, इंजन और गियरबॉक्स भी एक ही होते हैं।
ऐसे में यह गफलत हो सकती है कि क्या ये दोनों एक ही कंपनियां हैं, जो अलग-अलग नाम से भारत में बिजनेस कर रही हैं? हकीकत क्या है, आइए जानते हैं…
क्या किआ और हुंडई एक ही कंपनी है?
कंपनियां तो अलग हैं, लेकिन दोनों की एक दूसरे में हिस्सेदारी है। एक समय किआ मोटर्स में हुंडई की हिस्सेदारी 51% थी, लेकिन अब यह 34% है। दूसरी ओर, हुंडई मोटर्स की लगभग 22 सब्सिडरी में किआ की 5-45 फीसदी तक हिस्सेदारी है।
किआ की स्थापना 1944 में हुई थी, जबकि हुंडई 1967 में बनी। तब दोनों कंपनियां अलग थीं। किआ ने साइकिल बनाने के साथ कारोबार की शुरुआत की, इसके बाद मोटरसाइकिल और ट्रक मैन्युफैक्चरिंग में भी हाथ आजमाया। 1980 में किआ ने फोर्ड के साथ पार्टनरशिप की और 1986 में प्राइड कार का प्रोडक्शन शुरू किया। 1988 में एशिया में आए वित्तीय संकट के बाद किआ ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन दिया, तब फोर्ड ने अपनी हिस्सेदारी हुंडई को बेची दी।
हुंडई-किआ में क्या अलग, क्या एक जैसा
2020 में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंची एसयूवी की मांग
भारत में साल 2015 में कुल पैसेंजर व्हीकल सेल्स में एसयूवी कि हिस्सेदारी सिर्फ 13.5 फीसदी थी। लेकिन 2019 में यह 26 फीसदी और 2020 में 29 फीसदी हो गई। एसयूवी की मांग का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल महामारी और लॉकडाउन के बावजूद सबसे कम गिरावट एसयूवी में रही।
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कराने में मदद करने वाले मुफ्ती…
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबला दुबई…
भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला…
अपनी उर्दू तो मोहब्बत की ज़बां थी प्यारे उफ़ सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब…
दिल्ली सरकार की महिलाओं को 2500 रुपये हर महीने देने वाली योजना को लेकर नई…
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेनी नेता की यह कहकर बेइज्जती किए जाने के बाद कि ‘आप…