लखनऊ। बीते कुछ सालों से उत्तर प्रदेश क्रिकेट का बुरा हाल है। घरेलू क्रिकेट में लगातार यूपी की टीम पिट रही है। आलम तो यह है कि रणजी के रण में भी यूपी क्रिकेट फिसड्डी साबित हुआ था। ऐसे में यूपी क्रिकेट में इस साल काफी बदलाव किया गया है।
कोच-कप्तान भी फिर बदल दिया गया। प्रियम गर्ग को यूपी टीम की कमान सौंपी गई जबकि अनुभवी कोच ज्ञानेंद्र पांडेय को एक बार फिर यूपी क्रिकेट को बुलंदी पर लाने की जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन शुरुआत में ही एक बार फिर यूपी क्रिकेट पटरी से उतरता नजर आ रहा है।
सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 क्रिकेट में उत्तर प्रदेश की टीम कोई खास करिश्मा नहीं कर सकी। गु्रप-ए में शामिल उत्तर प्रदेश की टीम छह मैचों में केवल दो जीत दर्ज कर आखिरी से दूसरे पायदान पर रही।
यूपी क्रिकेट का ये प्रदर्शन सवालों के घेरे में है क्योंकि इस टीम में टी-20 के सबसे खतरनाक खिलाडिय़ों में शुमार सुरैश रैना और अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार भी शामिल थे लेकिन इन दोनों की मौजूदगी भी यूपी क्रिकेट को जीत नहीं दिला सका।
टूर्नामेंट में जहां एक ओर यूपी की टीम कोई बड़ा उलटफेर नहीं कर सकी तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के कई उभरते हुए युवा खिलाडिय़ों ने बहुत बड़ा मौका गंवा दिया है। दरअसल सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी से कई खिलाड़ी आईपीएल में इंट्री ले सकते हैं लेकिन इस तरह के प्रदर्शन से खिलाडिय़ों को शायद आईपीएल में कोई खरीदे।
बीसीसीआई आईपीएल के 14वें सीजन की नीलामी फरवरी महीने में कराने की तैयारी में है। पिछले सीजन में यूपी के एक दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी आईपीएल में खेलते नजर आये थे लेकिन इस बार इसमें बदलाव हो सकता है।
आईपीएल के अगले सत्र के लिए बीसीसीआई ने रणजी ट्रॉफी कराने से पहले सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी कराने का फैसला किया था ताकि नये खिलाड़ी आईपीएल की दावेदारी पेश कर सकें।
सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश की टीम को पहले मुकाबले में कर्नाटक ने पांच विकेट से हराया। इतना ही नहीं दूसरे मुकाबले जम्मू कश्मीर जैसी कमजोर टीम ने उसे पांच विकेट से धूल चटा डाली।
तीसरे मुकाबले में रेलवे ने यूपी को पटरी से उतार दिया। टूर्नामेंट के चौथे मुकाबले में पंजाब ने यूपी को पराजित किया। हालांकि यूपी ने अपने आखिरी मुकाबले में मध्य प्रदेश को सात विकेट से पराजित जरूर किया है लेकिन खिलाड़ी अपनी छाप छोडऩे में नाकाम रहे हैं।
अगर बात बल्लेबाजों की जाये तो अनुभवी बल्लेबाज सुरैश रैना इस बार आईपीएल को ध्यान में रखकर सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उतरने का फैसला किया था लेकिन रैना ने पांच मैचों में 102 रन बनाये।
हालांकि रैना को चेन्नई की टीम ने बरकरार रखा है। टीम के कप्तान प्रियम गर्ग भी कोई खास कमाल नहीं कर सके और पांच मैचों में केवल 57 रन ही बना सके।
हालांकि उनको और भुवी को हैदराबाद की टीम ने आईपीएल के अगले सत्र के लिए रिटेन कर लिया। रिंकू सिंह भी इस बार केकेआर में बने रहेगे। हालांकि मोहसीन खान को मुम्बई ने रिटेन किया है।
दूसरी ओर यूपी से खेल चुके पीयूष चावला को चेन्नई की टीम ने रिलीज कर दिया है। इसके आलावा यूपी टीम के तेज गेंदबाज अंकित राजपूत को राजस्थान रॉयल्स की टीम ने रिलीज कर दिया है।
ऐसे में सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी से कई युवा खिलाड़ी अपनी दावेदारी पेश कर सकते थे। उनमें करण शर्मा, अभिषेक गोस्वामी, आर्यन जुयाल जैसे क्रिकेटरों के पास अच्छा मौका था लेकिन उन्होंने निराश किया।
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