ऑडियो कन्वर्सेशन ऐप क्लबहाउस तेजी से पॉपुलर हो रहा है। इसी पॉपुलैरिटी के चलते अब ये ऐप हैकर्स के निशाने पर है। साइबर सिक्योरिटी फर्म कैस्परस्काई (Kaspersky) के सिक्योरिटी एक्सपर्ट, डेनिस लेग्जो ने बताया कि हैकर्स कोड की मदद से नए यूजर्स को फेक एप्लिकेशन प्लेटफॉर्म को ज्वॉइन करा सकते हैं।
सिक्योरिटी की चिंता इसलिए भी की जा रही है क्योंकि शंघाई की रियल टाइम इंगेजमेंट सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर कंपनी एगोरा (Agora) क्लबहाउस ऐप को बैक एंड इंफ्रास्ट्रक्टर का सप्लाई करती है। क्लबहाउस का हेडक्वार्टर शंघाई और सिलिकॉन वैली में है।
फेक ऐप से सावधान रहने की जरूरत
डेनिस लेग्जो ने बताया अभी ये ऐप सिर्फ iOS यूजर्स के लिए है, लेकिन एंड्रॉयड यूजर्स के लिए इसका फेक वर्जन तैयार कर दिया गया है। कंपनी ने अब तक एंड्रॉयड यूजर्स के लिए ऑफिशियली ऐप लॉन्च नहीं किया है। फेक ऐप्लिकेशन फोन डेटा के साथ आपके डिवाइस की लोकेशन, रिकॉर्ड होने वाले ऑडियो और वीडियो की जानकारी भी चोरी कर सकता है।
अलग डेटा सिक्योरिटी फर्म बनाने का प्लान
क्लबहाउस ने बताया कि यह एनक्रिप्शन और अपने क्लाइंट के पिंग तक को चीनी सर्वरों पर भेजने तक में बदलाव कर रहा है। इन बदलावों को वैध करने और इसकी समीक्षा के लिए अलग से डेटा सिक्योरिटी फर्म नियुक्त करने की योजना बना रहे हैं। मार्च 2020 में लॉन्च किए गए इस क्लबहाउस ऐप को दुनियाभर में काफी पसंद किया गया। हालांकि, कुछ दिन पहले ही चीन द्वारा इस पर रोक लगाए जाने की खबर आई थी।
क्लबहाउस ऐप इस्तेमाल करने की प्रोसेस
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