प्रयागराज । उन्नाव के बबुरहा गांव के एक खेत में तीन नाबालिग दलित लड़कियां संदिग्ध परिस्थितियों में बेसुध पाई गई थीं। इनमें से दो की मौत हो चुकी थी और एक इस वक्त अस्पताल में भर्ती है। इस मामले को अपने संज्ञान में लेने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र याचिका भेजी गई है। याचिका पर प्रतिक्रिया का मिलना अभी बाकी है।
एकीकृत जन आंदोलन की अध्यक्ष नीलिम दत्ता द्वारा भेजी गई इस याचिका में कहा गया है कि इस मामले पर उन्नाव पुलिस न्याय करेगी, इस पर किसी को भरोसा नहीं है।
रविवार को उन्नाव पुलिस ने उन पर अपने ट्वीट्स के माध्यम से ‘भ्रामक जानकारियां’ फैलाने के आरोप में एक मामला भी दर्ज किया है।
याचिकाकर्ता ने अदालत से मामले को संज्ञान में लेने और इसे अपनी देखरेख में लेने, इसकी जांच करने और इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का अनुरोध किया है।
इसके अलावा, याचिकाकर्ता ने अदालत से यह भी अनुरोध किया है कि इस मामले में अकेले बचीं नाबालिग लड़की को एयर-एम्बुलेंस द्वारा दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में स्थानांतरित करने का निर्देश उत्तर प्रदेश सरकार को दिया जाए।
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