नई दिल्ली। अमेरिका के बाइडेन प्रशासन ने पहली बार प्रतिशोधात्मक कार्रवाई करते हुए भारत के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है। बाइडेन प्रशासन ने भारत के करीब 40 उत्पादों पर 25% प्रतिरोधी टैरिफ या अतिरिक्त टैक्स लगाया है। यह अतिरिक्त टैक्स झींगा, बासमती चावल, सोना-चांदी के उत्पादों समेत अन्य वस्तुओं पर लगाया गया है।
भारत की ओर से नॉन-रेजिडेंट ई-कॉमर्स ऑपरेटर्स से ली जा रही इक्विलाइजेशन लेवी या डिजिटल सर्विसेज टैक्स (DST) के विरोध में यह अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया है।
भारत की ओर से वसूले जा रहे टैक्स के बराबर टैरिफ लगाया जाएगा
यूनाइडेट स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (USTR) ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय उत्पादों पर उतनी ड्यूटी लगाएगा, जितना टैक्स भारत DST के तहत वसूल रहा है। अमेरिका का अनुमान है कि भारत DST के तहत करीब 55 मिलियन डॉलर सालाना टैक्स की वसूली करेगा।
USTR की डिजिटल टैक्स को लेकर सेक्शन 301 की जांच के अगले चरण में कहा गया है कि अमेरिका 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का प्रस्ताव करता है। भारत के अलावा ऑस्ट्रिया, इटली, स्पेन, तुर्की और ब्रिटेन से आयातित वस्तुओं पर भी यह अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा।
USTR ने अमेरिकी कंपनियों पर लगाए DTS को भेदभावपूर्ण बताया
इसी साल जनवरी में USTR ने कहा था कि ऑस्ट्रिया, भारत, इटली, स्पेन, तुर्की और ब्रिटेन की ओर से लगाया गया डिजिटल टैक्स गलत है। इसके खिलाफ सेक्शन 301 के तहत कार्यवाही की जा सकती है क्योंकि यह अमेरिका की डिजिटल कंपपनियों के प्रति भेदभाव करता है। USTR ने कहा था कि यह डिजिटल टैक्स अंतरराष्ट्रीय टैक्स सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है। USTR ने डिजिटल टैक्स लगाने पर इन देशों को प्रतिरोधी टैरिफ का सामना करने की चेतावनी दी थी।
भारत ने 1 अप्रैल 2020 से लगाया था डिजिटल टैक्स
भारत 1 अप्रैल 2020 के इक्वेलाइजेशन लेवी वसूल रहा है। इसे गूगल टैक्स के नाम से भी जाना जाता है। USTR ने 119 कंपनियों की पहचान की है जो डिजिटल सर्विस टैक्स के दायरे में आती हैं। इनमें से 86 या 72% अमेरिकी कंपनियां हैं।
भारत ने पिछले साल नवंबर में आग्रह किया था कि यह लेवी 2015 में आयोजित OCED-G20 रिपोर्ट के आधार पर लगाई जा रही है। USTR डिजिटल सर्विसेज टैक्स को लेकर 10 देशों के खिलाफ जांच कर रहा है जिसमें भारत, ब्रिटेन, ब्राजील, यूरोपियन यूनियन, इटली और तुर्की भी शामिल हैं।
फ्रांस से आयातित वस्तुओं पर लगाया जा चुका है 25% टैरिफ
USTR ने डिजिटल टैक्स के विरोध में फ्रांस से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगा चुका है। अमेरिका ने फ्रांस की जिन वस्तुओं पर टैरिफ लगाया है उनमें कॉस्मेटिक्स, हैंड बैग्स और अन्य आयातित सामान शामिल है। इस टैरिफ की कुल वैल्यू 1.3 बिलियन डॉलर आंकी गई है। हालांकि, तय तिथि पर इस टैरिफ कलेक्शन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कराने में मदद करने वाले मुफ्ती…
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबला दुबई…
भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला…
अपनी उर्दू तो मोहब्बत की ज़बां थी प्यारे उफ़ सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब…
दिल्ली सरकार की महिलाओं को 2500 रुपये हर महीने देने वाली योजना को लेकर नई…
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेनी नेता की यह कहकर बेइज्जती किए जाने के बाद कि ‘आप…