गैस सिलेंडर की नहीं हो रही होम डिलीवरी, लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां

रामकोट-सीतापुर। लॉकडाउन के बीच लोगों को सुविधा देने के प्रशासनिक दावे फेल नजर आ रहे हैं। खासकर गैस सिलेंडर को लेकर लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है। लॉकडाउन के बावजूद एलपीजी गैस वितरण में लोग लॉकडाउन को तोड़ रहे हैं। यहां तक कि सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया जा रहा है। शनिवार को कुछ ऐसा ही नजारा गैस वितरण के दौरान सामने आया जब गैस की गाड़ी के पास दर्जनों लोग सिलेंडर लेने आए हुए थे वहां न तो कोई सोशल डिस्टेंसिंग दिखाई दी और न ही कोरोना जैसे संक्रमण से बचाव के लिये नियम कानून भी नही दिखाई दिये। और सोशल डिस्टेंसिंग व लाॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई गई। हालांकि इसके विपरीत प्रशासन लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंडिंग का अनुपालन कराने का दावा कर रहा है लेकिन प्रशासन का यह दावा सिर्फ हवा हवाई ही लगता है। क्योंकि रोजाना लग रही लोगों की भारी भीड़ को जिंदगी की चिंता नही है। रामकोट कस्बे में लगने वाली भीड़ यह सिद्ध करती है कि प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करवा पा रहा है। भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं सैनिटाइजर की भी व्यवस्था नहीं थी।
वहीं उपभोक्ताओं की अनभिज्ञता गैस एजेंसी संचालकों को फायदा पहुंचा रही है। रामकोट में गैस एजेंसी द्वारा उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी नहीं की जा रही है। अधिकांश उपभोक्ताओं को श्री रामेश्वरम धाम प्राचीन मंदिर गंगासागर तीर्थ परिसर पहुंचकर खुद सिलेंडर लेने जाना पड़ रहा है। जबकि रुपए होम डिलीवरी तक के लिए जा रहे हैं। विदित हो कि जो उपभोक्ता सिलेंडर बुक कर रहे हैं, उसमें गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी का चार्ज भी जोड़ा जाता है। लेकिन एजेंसी द्वारा लोगों के घर तक सिलेंडर नहीं पहुंचाया जा रहा है और न ही होम डिलीवरी के रुपए वापिस किए जाते हैं।
लॉकडाउन के चलते  शासन-प्रशासन ने सभी एजेंसी संचालकों सेे गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी करने को कहा था। लेकिन रामकोट में इसका पालन पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है। गैस एजेंसी द्वारा क्षेत्र के कुछ गांवों में तो सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं पर कस्बे के उपभोक्ता सिलेंडर लेने के लिए स्वयं श्री रामेश्वरम धाम प्राचीन मंदिर गंगासागर तीर्थ परिसर पहुंच रहे हैं। उपभोक्ताओं को गैस एजेंसी द्वारा होम डिलीवरी की जानकारी भी नहीं दी जा रही है। जिससे लोग प्रतिदिन बड़ी संख्या में गैस सिलेंडर लेने पहुंच रहे हैं।
संवाददाता ने होम डिलेवरी के बारे में लोगों से चर्चा की तो लोगों ने बताया कि एजेंसी में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा कस्बे व कुछ गावों में होम डिलीवरी नहीं कर रहे हैं। वहीं रामकोट से बाहर आसपास के गांवों में डिलीवरी की जा रही है। जबकि सिलेंडर की कीमत एक समान है। जिसमें होम डिलेवरी तक का चार्ज जोड़ा जाता है, फिर भी लोगों को खुद सिलेंडर लेने के लिए कड़ी धूप में जाना पड रहा है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम के एरिया प्रबंधक शोभित श्रीवास्तव ने बताया की ऐसी जानकारी होने पर गैस एजेंसी के विरुद्ध विधिक कार्रवाई भी की जाएगी। लाॉकडाउन का पालन कराना हम सबकी जिम्मेदारी है।
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