यांगून। म्यांमार में सैनिक शासन के विरोध में एकबार फिर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों का समूह विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उमड़ा है, इसके साथ ही यांगून में भारी जनसैलाब देखा गया। करीब 400 लोगों ने लोकतंत्र के समर्थन में शहर की सड़कों पर प्रदर्शन किया। सेना व पुलिस से टकराव के दौरान म्यांमार में अबतक 842 प्रदर्शनकारियों की जान जा चुकी है लेकिन सैन्य शासन का विरोध बढ़ता जा रहा है।
ज्ञात रहे कि म्यांमार में चार माह पहले लोकतांत्रिक सरकार को अपदस्थ कर आंग सान सू की सरकार का तख्तापलट कर दिया था, इसके बाद भी सेना अभीतक देश में सैन्य शासन लगाने में सफल नहीं हो पाई है।
सामाजिक कार्यकर्ता जायर ल्विन ने कहा कि गुरुवार को हुए प्रदर्शन से सेना को हम बताना चाहते थे कि म्यांमार के लोग कभी देश में सैन्य शासन को मंजूर नहीं करेंगे। जायर ल्विन बताती हैं कि उन्होंने तख्तापलट के खिलाफ आवाज उठाने की कसम खाई है।
आंकड़ों के मुताबिक म्यांमार में तख्तापलट के बाद से करीब 842 लोगों ने सेना के साथ संघर्ष करते हुए अपनी जान गंवाई है। पिछले महीने हुए प्रदर्शनों में करीब 300 लोगों की जान गई थी, जिसमें 47 पुलिस के लोग भी शामिल थे। तख्तापलट के बाद म्यांमार के शहरों में लगी आग गांवों तक पहुंच रही है। सेना और पुलिस के साथ चल रहे संघर्ष ने देश के हजारों लोगों को बेघर कर दिया है।
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