सोनम कपूर और रणबीर कपूर स्टार किड्स हैं, जिस वजह से दोनों एक-दूसरे को बचपन से जानते हैं। इन्होंने पर्दे पर आने से पहले बिहाइन्ड द कैमरा भी काम किया था, जिसके बाद वे ‘सांवरिया’ में शानदार केमिस्ट्री से सभी को इम्प्रेस किया। ऑन ऐंड ऑफ स्क्रीन इनके बीच की केमिस्ट्री देख दोनों के डेट करने की गॉसिप्स होने लगीं। हालांकि, जल्द ही इनकी ब्रेकअप की खबरें भी आने लगी थीं।
लेकिन सबसे ज्यादा जिस चीज ने चर्चा बटोरी वो सोनम का रणबीर को लेकर कॉफी विद करण में दिया गया स्टेटमेंट था। इसने न सिर्फ लोगों को हैरान किया था, बल्कि दोनों सितारों के रिश्ते को बुरी तरह से प्रभावित किया था। बाद में ऐक्ट्रेस ने अपनी जो राय रखी, वो दूसरों के लिए सबक हो सकती है।
सोनम कपूर ने फिल्मफेयर को दिए इंटरव्यू में माना था कि उन्होंने कॉफी विद करण में जो कहा था, उससे उनका और रणबीर का रिश्ता काफी प्रभावित हुआ। उन्होंने ये भी जाहिर किया था कि दूसरे लोगों ने भी कई बातें कहीं, लेकिन वे बच गए। उनके केस में ऐसा नहीं हुआ और इसकी वजह से उन्हें रिलेशनशिप के टर्म्स पर काफी भुगतना पड़ा।
दरअसल, इस शो में सोनम से रणबीर को लेकर सवाल हुआ था, जिस पर अदाकारा ने कहा था कि वह रणबीर को बचपन से जानती हैं और वह बतौर दोस्त तो अच्छे हैं, लेकिन यही बात उनके बतौर बॉयफ्रेंड होने पर नहीं कही जा सकती। ऐक्ट्रेस ने आगे ये तक कह दिया था कि इतने समय तक जिस तरह से दीपिका ऐक्टर के साथ जुड़ी रहीं, वो बड़ी बात है।
सोनम ऐसी अकेली शख्स नहीं हैं, जो जोश में कुछ कह जाने के बाद पछतावा फील कर रही थीं। आम लोग भी इस एक्सपीरियंस से गुजरते हैं। जोश में, मजाक में या गुस्से में वे ऐसी चीजें कह जाते हैं, जो सामने वाले को बुरी तरह से हर्ट कर जाता है। इससे आपस के रिश्ते हमेशा के लिए बदल जाते हैं, जो रणबीर-सोनम के केस में भी हुआ।
‘इम्पॉर्टेंस ऑफ थिंकिंग बिफोर स्पीकिंग’ लेख के मुताबिक, कुछ कहने से पहले सोचने की आदत सभी मैं होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि आपने जो बोल दिया, उससे कोई भी रिश्ता, अवसर आदि पल में खत्म हो सकते हैं। शब्द जो नुकसान पहुंचाते हैं, उसकी भरपाई करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है, जिससे बाद में व्यक्ति के पास सिर्फ पछतावा रह जाता है।
लेख के मुताबिक, व्यक्ति को डिफेंसिव या इमोशनल होने पर अपने शब्दों को लेकर सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। व्यक्ति जब खुद का बचाव कर रहा होता है, तो उसमें अक्सर ईगो बीच में आ जाता है, जिससे वह उन शब्दों को कह जाता है, जो स्थिति को बिगाड़ देते हैं। इसी तरह गुस्से या किसी अन्य तरह के इमोशन में आकर कही गई बातें भी सिचुएशन को इस तरह से प्रभावित करती हैं, जो व्यक्ति पर काफी भारी पड़ सकते हैं।
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