नई दिल्ली। कोरोना महामारी की दूसरी लहर का देश में तेल की मांग पर बुरा असर पड़ा है। यही कारण है कि मई में देश में तेल की मांग बीते 9 महीने में सबसे कम स्तर पर पहुंच गई है। तेल मंत्रालय की पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के डाटा के मुताबिक, मई में देश में 15.1 मिलियन टन तेल की खपत रही है। मई 2020 की खराब स्थिति के मुकाबले इसमें 1.5% की गिरावट रही है। वहीं, अप्रैल 2021 के मुकाबले तेल की खपत में 11.3% की गिरावट रही है।
पिछले साल मई में सख्त लॉकडाउन में था भारत
पिछले साल मई में भारत में दुनिया का सबसे सख्त लॉकडाउन लगा हुआ था। इस कारण देश में सभी मोबिलिटी और आर्थिक गतिविधियां अपने निचले स्तर पर पहुंच गई थीं। इस साल मई में कोरोना संक्रमण की दर उच्च स्तर पर थी। स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लागू थे। पिछले साल की तरह पर्सनल मोबिलिटी पर प्रतिबंध नहीं था। फैक्ट्रियां खुली हुई थीं। इसके अलावा राज्यों के बीच कार्गो के आवागमन पर भी कोई प्रतिबंध नहीं था।
अप्रैल के मुकाबले पेट्रोल की खपत में 16% की गिरावट
डाटा के मुताबिक, मई में देश में 1.99 मिलियन टन पेट्रोल की खपत रही है। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले इसमें 12% की ग्रोथ रही है। वहीं, पिछले महीने यानी अप्रैल 2021 के मुकाबले मई में पेट्रोल की खपत में 16% की गिरावट रही है। कोविड से पहले यानी मई 2019 के मुकाबले इस साल पेट्रोल की खपत में 27% की गिरावट आई है।
मासिक आधार पर डीजल की खपत में भी गिरावट
मई 2021 में देश में 5.53 मिलियन टन डीजल की खपत रही है। वार्षिक आधार पर यानी मई 2020 के मुकाबले डीजल की खपत में थोड़ा सुधार रहा है। हालांकि, अप्रैल 2021 के मुकाबले 17% की गिरावट रही है। प्री-कोविड यानी मई 2019 के मुकाबले इस साल मई में डीजल की खपत में 29% की गिरावट रही है।
एटीएफ की बिक्री में 36% की गिरावट
यात्रा प्रतिबंधों के कारण देश में एयर टरबाइन फ्यूल यानी एटीएफ की बिक्री भी गिरी है। डाटा के मुताबिक, मई 2021 में देश में 2.63 लाख टन एटीएफ की बिक्री हुई है। मासिक आधार पर इसमें 63% की गिरावट रही है। हालांकि, मई 2020 के 1.10 लाख टन के मुकाबले इस साल दोगुना एटीएफ की बिक्री हुई है। कोविड से पहले यानी मई 2019 में 6.80 लाख टन एटीएफ की बिक्री हुई थी।
2.16 मिलियन टन एलपीजी की खपत रही
पिछले साल लॉकडाउन के दौरान देश में घरेलू कुकिंग गैस यानी एलपीजी की बिक्री में रिकॉर्ड ग्रोथ रही थी। इस साल मई में 2.16 मिलियन टन एलपीजी की खपत रही है। पिछले महीने यानी अप्रैल 2021 में भी लगभग इतनी ही एलपीजी की खपत रही है। हालांकि, एक साल पहले की समान अवधि यानी मई 2020 के मुकाबले इसमें 5.5% की गिरावट आई है। सरकार ने पिछले साल राहत पैकेज के तहत फ्री गैस सिलेंडर दिए थे।
बिटुमिन की खपत में मासिक आधार पर 19% की गिरावट
मई में सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाले बिटुमिन की खपत में मासिक आधार पर 19% की गिरावट रही है। जबकि एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले खपत में 10% की गिरावट आई है। बिटुमिन को आर्थिक गतिविधियों का संकेतक भी माना जाता है।
कोरोना की दूसरी लहर ने घटाई मांग
इंडस्ट्री से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि मार्च 2021 में हम प्री-कोविड स्तर के करीब पहुंच गए थे। लेकिन दूसरी लहर के कारण पर्सनल मोबिलिटी और इंडस्ट्रियल गुड्स मूवमेंट पर नए प्रतिबंध लगाए गए। इससे तेल की मांग में कमी आ गई है। जब कोरोना महामारी की दूसरी लहर कमजोर होगी तो स्थानीय स्तर पर तेल की खपत में तेजी शुरू होगी।
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कराने में मदद करने वाले मुफ्ती…
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबला दुबई…
भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला…
अपनी उर्दू तो मोहब्बत की ज़बां थी प्यारे उफ़ सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब…
दिल्ली सरकार की महिलाओं को 2500 रुपये हर महीने देने वाली योजना को लेकर नई…
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेनी नेता की यह कहकर बेइज्जती किए जाने के बाद कि ‘आप…