सरकारी कर्मचारियों के भत्ते में कटौती पर प्रियंका ने योगी सरकार को घेरा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के भत्तों को मार्च 2021 तक रोक दिया है। इसको लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का डीए किस तर्क से काटा जा रहा है? जबकि इस दौर में उनपर काम का दबाव कई गुना हो गया है। दिन रात सेवा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों का भी डीए कटने का क्या औचित्य है? तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को इससे बहुत कष्ट है। पेन्शन पर निर्भर लोगों को निर्भर रहना पड़ रहा है।
प्रियंका ने कहा को यह चोट क्यों मारी जा रही है? सरकारें अपने अनाप शनाप खर्चे क्यों नहीं बंद करतीं? सरकारी व्यय में 30% कटौती क्यों नहीं घोषित की जाती? सवा लाख करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना, 20,000 करोड़ की नई संसद भवन परियोजना जैसे गैरजरूरी खर्चों पर रोक क्यों नहीं लगती?
Priyanka Gandhi Vadra
✔@priyankagandhi
सरकारी कर्मचारियों का DA किस तर्क से काटा जा रहा है? जबकि इस दौर में उनपर काम का दबाव कई गुना हो गया है। दिन रात सेवा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों का भी DA कटने का क्या औचित्य है? तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को इससे बहुत कष्ट है। पेन्शन पर निर्भर लोगों ..1/2
कोरोना की टेस्टिंग में पारदर्शिता बरते सरकार
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर यूपी सरकार से टेस्टिंग में पारदर्शिता बरतने के लिए कहा है। प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में टेस्टिंग को लेकर काफी लोग चिंता व्यक्त कर रहे हैं। कोरोना से लड़ाई में पारदर्शिता बड़े काम की चीज है। सर्व समाज और सरकार मिलकर ही इस महामारी को शिकस्त दे सकते हैं।
उन्होंने सुझाव देते हुए कहा है कि पूरी दुनिया इस बात को मान चुकी है कि ढंग से और ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग ही कोरोना की रोकथाम की कुंजी है। प्रदेश सरकार ने दो दिनों से जांचों की संख्या बताना बंद कर दिया है। टेस्टिंग को लेकर पूरी तरह से पारदर्शिता होनी चाहिए। ताकि जनता को जानकारी मिले और इस महामारी के खिलाफ समाज और प्रशासन एकजुट होकर लड़ पाए। आंकड़ों और सच्चाई को छिपाने से समस्या घातक हो जाएगी। यूपी सरकार को यह जल्द से जल्द समझना होगा।