कोरोना संक्रमण की पाबंदियों के बीच 17 जुलाई से हज यात्रा का आगाज हो गया। इस साल सिर्फ सऊदी अरब के ऐसे 60 हजार लोगों को इसमें शामिल होने का मौका मिला है जो वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं। महामारी को देखते हुए दूसरे देशों से लोगों को आने की अनुमति नहीं मिली। कोरोना से पहले हर साल यहां 25 लाख तक यात्री आते थे। हज 22 जुलाई तक चलेगा।
सऊदी अरब के मक्का में मस्जिद अल-हरम में मुस्लिमों का सबसे पवित्र स्थल काबा है। यहां आकर इबादत करना मुस्लिम समुदाय के लिए फर्द यानी मजहबी फर्ज है। जो लोग आर्थिक और शारीरिक रूप से सक्षम हैं, उन्हें जिंदगी में एक बार हज यात्रा पर आना ही होता है। 20 तस्वीरों में देखिए कोरोना काल में हज…
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कराने में मदद करने वाले मुफ्ती…
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबला दुबई…
भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला…
अपनी उर्दू तो मोहब्बत की ज़बां थी प्यारे उफ़ सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब…
दिल्ली सरकार की महिलाओं को 2500 रुपये हर महीने देने वाली योजना को लेकर नई…
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेनी नेता की यह कहकर बेइज्जती किए जाने के बाद कि ‘आप…