कानपुर। कांग्रेस के ऐतिहासिक कार्यालय तिलक हॉल में भारतीय जनता पार्टी की गूंज सुनाई दे रही है। कार्यालय में सफाई का काम करने वाला मनोज वाल्मीकि और उसकी पत्नी उषा देवी योगी और मोदी के दीवाने हैं। दोनों उनके गुणगान करते नहीं थकते। कांग्रेस का मंदिर कहे जाने वाले तिलक हॉल में भाजपा की गूंज के कई तरह के मायने निकल रहे हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी अपनी कमर कस रही है। वहीं उसके कर्मचारियों के कांग्रेस विरोधी विचार कई तरह के संकेत देते नजर आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में अपनों से ही जूझना होगा कांग्रेस को
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नेता इसमें लगे हैं कि कैसे भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल कर एक बार फिर सत्ता पर काबिज हो सके। पार्टी की कोशिश है कि वह फिर से चमके और सियासत में अपनी खोई हुई पहचान पा सके।
लेकिन कांग्रेस कार्यालय को चमकदार बनाने में जुटे मनोज वाल्मीकि और उसकी पत्नी उषा मोदी और योगी के गुणगान कर रहे हैं। मनोज की मानें, तो योगी और मोदी देश में बेहतर काम कर रहे हैं। उनकी योजनाओं से न सिर्फ उसको लाभ मिला है, बल्कि आगे भी उसे लाभ मिलने की पूरी संभावना है।
मनोज बोला- योगी और मोदी से अच्छा कोई विकल्प नहीं
हमीरपुर के उमरी गांव का 30 साल का मनोज वाल्मीकि कई सालों से पत्नी के साथ कानपुर महानगर में कांग्रेस कार्यालय में साफ-सफाई का काम करता है। वह लोग शिवाला में रहते हैं। तिलक हॉल आजादी के पहले से कांग्रेस का कार्यालय रहा है। इन लोगों से जब बात की गई, तो उन्होंने बताया कि प्रदेश में योगी और देश में मोदी से बढ़िया कोई विकल्प ही नहीं है।
योगी और मोदी ने किया है बहुत काम
मनोज ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार की फायदा पहुंचाने वाली योजनाओं के चलते वह बसपा सुप्रीमो मायावती से भी मुंह मोड़ चुका है। उसने कहा कि गांव के दबंग जब परेशान और अपमानित करते थे, तो हरिजन एक्ट से उन्हें बहुत बड़ा सहारा मिला।
उसका कहना है कि पहले वह मायावती की नीतियों पर चलने वाला सिपाही था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं से उसे और उसके परिवार को बहुत फायदा मिला है। हालांकि वह कांग्रेस की संभावना की बात पर ज्यादा कुछ नहीं बोलता और अटकने लगता है।
आने वाले चुनाव में सिर्फ योगी और मोदी को ही देगा वोट
मनोज अगली सरकार को चुनने के लिए बेहद स्पष्ट रुख रखता है। कम पढ़ा-लिखा मनोज साफतौर पर कहता है कि मोदी और योगी राजनीति में छा चुके हैं। इसीलिए आगामी चुनाव में नई सरकार चुनने के लिए वह मूड बना चुका है। बात बस इतनी भर नहीं है।
बात यह है कि कांग्रेस कार्यालय में सफाई का काम करने वाले मनोज को भी पार्टी की रीत-नीति प्रभावित नहीं कर पा रही हैं। यह कांग्रेस के आलाकमान के लिए बेहद चिंताजनक बात होनी चाहिए।
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