यरूशलेम: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बुधवार को इस बात से इनकार किया कि हमास ने कतरी मध्यस्थों के गाजा युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमति जताई है। हालांकि, इजरायली अधिकारी ने एक दिन पहले कहा था कि फिलीस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने इसकी मंजूरी दे दी है। इससे समझौते को लेकर भ्रम बढ़ गया है। इजरायली मीडिया ने बताया था कि हमास से हरी झंडी मिलने के बाद, समझौते की औपचारिक घोषणा गुरुवार को की जाएगी और रविवार को बंधकों में से पहले की रिहाई के साथ ही यह लागू हो जाएगा। ट्रंप ने सोमवार देर रात कहा कि संघर्षविराम “बहुत करीब” है।
हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि हमास ने प्रस्ताव पर अपना जवाब नहीं दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “रिपोर्टों के विपरीत, हमास आतंकवादी संगठन ने अभी तक समझौते पर अपना जवाब नहीं दिया है।” अमेरिका, मिस्र और कतर ने पिछले साल 15 महीने से जारी युद्ध को समाप्त करने और हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले में बंधक बनाये गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए मध्यस्थता करने की कोशिश की है। गाजा के अंदर अभी भी करीब 100 इजरायली बंदी हैं। हालांकि, इजरायली सेना का मानना है कि उनमें से कम से कम एक तिहाई की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों ने उम्मीद जतायी कि वे 20 जनवरी को अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले एक समझौते पर पहुंच सकते हैं, जिनके मध्यपूर्व दूत वार्ता में शामिल हुए हैं। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने मंगलवार को साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि जारी वार्ता सकारात्मक और उपयोगी है, हालांकि उन्होंने संवेदनशील वार्ता के विवरण देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आज हम समझौते के सबसे करीब पहुंच गये हैं।’’
इस बीच, हमास ने एक बयान में कहा कि वार्ता अपने “अंतिम चरण” पर पहुंच गई है। गाजा में आक्रमण ने बड़े क्षेत्र को मलबे में तब्दील कर दिया है और गाजा की 23 लाख की आबादी में से लगभग 90 प्रतिशत को विस्थापित कर दिया है, जबकि सैकड़ों हज़ारों लोगों को तट के किनारे तम्बू शिविरों में रखा गया है, जहां व्यापक भुखमरी है। गाजा में रात भर और मंगलवार को इजराइली हमलों में कम से कम 18 फलस्तीनी मारे गए, जिनमें दो महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं, जबकि यमन के हूती विद्रोहियों ने इजराइल पर दो मिसाइलें दागीं, जिससे सायरन बजने लगे और लोग आश्रयों की ओर भागने लगे। मिसाइलों से कोई घायल नहीं हुआ।
तीन चरण का समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा निर्धारित रूपरेखा पर आधारित और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा समर्थित है। इसकी शुरुआत छह सप्ताह की अवधि में 33 बंधकों की क्रमिक रिहाई के साथ शुरू होगी, जिसमें महिलाएं, बच्चे, वृद्ध और घायल नागरिक शामिल हैं। इजरायली बंधकों की रिहाई संभावित रूप से इजरायल द्वारा कैद सैकड़ों फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों के बदले में होगी।
इस प्रथम, 42 दिवसीय चरण के दौरान, इजराइली सेना जनसंख्या केन्द्रों से हट जाएंगी, फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा में अपने घरों को लौटने दिया जाएगा तथा मानवीय सहायता में वृद्धि होगी, तथा प्रतिदिन लगभग 600 ट्रक वहां पहुंचेंगे। इसके तहत दूसरे चरण के विवरण पर पहले चरण के दौरान बातचीत की जानी चाहिए। मिस्र के अधिकारी ने बताया कि हालांकि, तीनों मध्यस्थों ने हमास को मौखिक गारंटी दी है कि वार्ता योजनानुसार जारी रहेगी और वे पहले चरण के समाप्त होने से पहले दूसरे और तीसरे चरण को लागू करने के लिए एक समझौते के लिए दबाव डालेंगे।
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कराने में मदद करने वाले मुफ्ती…
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबला दुबई…
भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला…
अपनी उर्दू तो मोहब्बत की ज़बां थी प्यारे उफ़ सियासत ने उसे जोड़ दिया मज़हब…
दिल्ली सरकार की महिलाओं को 2500 रुपये हर महीने देने वाली योजना को लेकर नई…
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यूक्रेनी नेता की यह कहकर बेइज्जती किए जाने के बाद कि ‘आप…