-मशहूर भोजपुरी गायक गोपाल राय समेत कई कलाकार फेसबुक लाइव से कर रहे मनोरंजन
बलिया। पूर्णबन्दी (लॉकडाउन) के दो माह से अधिक हो रहे हैं। इतने लंबे समय तक लोग खुद को घरों में कैद करने को मजबूर हुए। इस दौरान लोग अवसाद में न जाएं, इसको लेकर जिले के भोजपुरी लोकगायक अपनी सामाजिक जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। लोकगीत गायक लोगों का वर्चुअली मनोरंजन करने में जुटे हैं।
देश में कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए पूर्णबन्दी घोषित की गई तो एक तरह से अचानक घरों में ही कैद रहने को लोग मजबूर हो गए। कोरोना से बचाव के लिए जरूरी पूर्णबन्दी में लोग मानसिक तनाव में न आएं, इसे लेकर भोजपुरी लोक गायकों ने फिक्र की।
गायक व भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता गोपाल राय ने सबसे पहले वर्चुअल जगत का इस्तेमाल करना शुरू किया। उन्होंने पूर्णबन्दी के पहले चरण की शुरुआत में ही फेसबुक लाइव के जरिए ‘चीन से चलि के आइल बिया कोरोना बेमारी….एगो नीमन कहाउत पुरान बा जान बा त जहान बा हो…’ गाकर लोगों का न सिर्फ मनोरंजन किया, बल्कि कोरोना के प्रति जागरूक भी किया।
इसके बाद गोपाल राय अपने फेसबुक पेज और गड़हा विकास मंच के फेसबुक पेज के माध्यम से रोज लाइव आकर भोजपुरी गीतों से लोगों को घर बैठे मनोरंजित करते रहे।
कभी उन्होंने गुदगुदाने वाले गीत गाए तो कभी ‘कवना बिरिछिया ए चिरई खोतवा लगवलू, सुन कइके अंगना हमार हो…’ व विदाई गीत ‘धिया (बेटी) भइली आजु आपन से आन कि सांझे से बिहाने में हो…’ गाकर बेटियों के दर्द को उकेरा। उनका यह सिलसिला धीरे-धीरे लोकप्रिय हुआ। लोगों ने वर्चुअली ही उनके इस प्रयास की खूब प्रसंशा भी की। हजारों लाइक्स व कमेंट्स मिलते रहे।
लोगों के समर्थन से उत्साहित गोपाल राय ने अपने संग भोजपुरी गीतों के अन्य मजे हुए कलाकारों को भी जोड़ना शुरू किया। भोजपुरी की लोकप्रिय गायिका प्रियंका पायल के साथ उन्होंने पारंपरिक गीत ‘गोदवा लअ गोदनवा….’ युगल रूप में गया तो खूब वाहवाही मिली।
यही नहीं गोपाल ने कोरोना काल में वर्चुअल जगत के सहारे प्रधानमंत्री मोदी के बेटी बचाओ अभियान को भी अपने सुरों से गति देने का प्रयास किया। उन्होंने भ्रूण हत्या पर अपने लोकप्रिय गीत ‘माई जनिहे जे कोखिया में धिया बिया त जनि दिहे कोखिए में मारी….’ गाया तो फेसबुक लाइव पर जुड़े लोगों के आंखों से आंसू भी निकल पड़े।
गोपाल यहीं नहीं रुके उन्होंने गोलू राजा, अजीत आनंद जैसे अन्य लोकप्रिय कलाकारों को भी गड़हा विकास मंच का वर्चुअल मंच प्रदान कर यूपी-बिहार के भोजपुरी प्रेमी जनमानस का बखूबी मनोरंजन किया।
इसके अलावा जिले के मशहूर रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी ने अपनी सांस्कृतिक संस्था ‘संकल्प’ के फेसबुक पेज का आभासी मंच नवोदित से लेकर मजे हुए कलाकारों को मुहैया कराया। जिसका एक ओर जहां लोगों ने घर बैठे-बैठे आनंद लिया। वहीं दूसरी ओर कलाकारों को भी अपनी ब्रांडिंग का मौका मिला।
कुल मिलाकर भोजपुरी कलाकारों व रंगकर्मियों का वर्चुअली प्रयास कोरोना काल में जिले सहित भोजपुरी अंचल में लोगों के मनोरंजन का लोकप्रिय साधन बना हुआ है। अभी भी भोजपुरी कलाकार कभी दिन में तो कभी शाम को अपने गीतों से लोगों को बोर होने से बचा रहे हैं।