दमिश्क । सीरियाई सेना ने विद्रोही गुटों, मुख्य रूप से हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के खिलाफ मध्य प्रांत हामा में भीषण लड़ाई लड़ी, जिसमें कम से कम 300 आतंकवादी मारे गए। सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने यह दावा किया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार मंत्रालय ने कहा कि उत्तरी ग्रामीण हामा में फ्रंट लाइन पर तैनात सीरियाई सेना की यूनिट एचटीएस से संबद्ध सशस्त्र आतंकवादी संगठनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “हमारे सुरक्षा बल सभी दिशाओं में आतंकवादियों और उनके काफिलों को तोपखाने, रॉकेट और सीरियाई-रूसी युद्धक विमानों से निशाना बना रहे हैं।”
बयान के मुताबिक, “इन अभियानों के परिणामस्वरूप विदेशी नागरिकों सहित कम से कम 300 आतंकवादियों का सफाया हो गया और 25 से अधिक ड्रोनों को मार गिराया गया है।” इसमें यह भी कहा गया कि अग्रिम मोर्चे को मजबूत करने। विद्रोहियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए अतिरिक्त बल भेजे गए हैं।
सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के निदेशक रामी अब्दुलरहमान ने कहा कि एचटीएस और उसके सहयोगी गुट तीन मोर्चों – उत्तर, उत्तर-पूर्व और पश्चिम – से आगे बढ़ रहे हैं और हामा शहर तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं।
अब्दुल रहमान ने कहा, “हमा एक निर्णायक लड़ाई है; इसीलिए सोशल मीडिया पर एक मीडिया अभियान चलाया जा रहा है।”
हामा और अन्य क्षेत्रों में हाल ही में संघर्ष बढ़ गया है। हयात तहरीर अल-शाम और उसके सहयोगी विद्रोही गुटों की ओर से पिछले दिनों एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया गया जिसके बाद से विद्रोही गुटों और सरकारी बलों में लड़ाई जारी है।
एचटीएस को सीरियाई विद्रोही गुटों में सबसे शक्तिशाली सैन्य गुट माना जाता है। इसे कई देशों द्वारा आतंकवादी समूह घोषित किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हाल ही में सीरिया में बढ़ी हिंसा पर चिंता जाहिर की और सभी पक्षों तत्काल दुश्मनी खत्म करने की अपील की।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सभी पक्षों को मानवीय कानून सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उनकी जिम्मेदारियों की याद दिलाई।
यूएन प्रमुख ने सभी पक्षों से सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 (2015) के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित राजनीतिक प्रक्रिया की ओर तत्काल लौटने की अपील की।