जमीयत उलेमा इस्लाम के मुफ्ती अब्दुल बकी पर ताबड़तोड़ फायरिंग, मौत

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिंसा का सिलसिला जारी है। रविवार को प्रांत की राजधानी क्वेटा में एक और टारगेट किलिंग हुई है। क्वेटा के एयरपोर्ट रोड पर रविवार रात मुफ्ती अब्दुल बकी की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। अब्दुल बकी क्षेत्र के मशहूर इस्लामी विद्वानों में गिने जाते थे। साथ वह जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई) के भी वरिष्ठ नेताओं में भी शुमार थे। बकी की हत्या करने के बाद हमलावर मौके से फरार होने में कामयाब रहे। प्रशासन ने बताया है कि सुरक्षाबलों ने इस लक्षित हत्या को अंजाम देने वाले हमलावरों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया है।

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पाक मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक, क्वेटा एयरपोर्ट पर रोड पर हुए हमले में अब्दुल बकी को गोलियां लगीं। बकी को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। पुलिस प्रशासन ने भरोसा दिया है कि जल्द ही हमलावरों को पकड़ लिया जाएगा। बलूचिस्तान में हालिया दिनों में एक के बाद एक टारगेट किलिंग के मामले सामने आए हैं। इसने सरकार की चुनौतियों को बढ़ा दिया है।

बलूचिस्तान में बढ़ रही है हिंसा

बलूचिस्तान के तुर्बत में बीते हफ्ते अज्ञात बंदूकधारियों ने मुफ्ती शाह मीर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शाह मीर पर शुक्रवार को उस वक्त हमला हुआ, जब वह नमाज पढ़कर के बाद मस्जिद से बाहर आ रहा था। इसी दौरान हमलावरों ने उस पर अंधाधुंल गोलियां बरसा दीं। शाह को गंभीर हालत में तुर्बत के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। अभी तक इस हत्या के पीछे का मकसद पता नहीं चल सका है।

पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत काफी समय अशांत है। बलूचिस्तान में आतंकी हमले और टारगेट किलिंग पुलिस और सरकार के लिए चुनौती बन रहे हैं। हालिया समय में इसमें बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। पाकिस्तान के सुरक्षाबलों पर बलूचिस्तान में लगातार हमले हुए हैं। वही राजनीतिक लोगों को भी निशाना बनाया गया है। हालिया समय में ट्रेन हाइजैक और नोशकी में सैन्य काफिले पर हमले ने पाक सरकार को चिंता में डाल दिया है।

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