नई दिल्ली: अगर आप बीएसएनएल की सिम इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। सरकार बीएसएनएल यूजर्स को एक बड़ी सुविधा जल्द देने जा रही है। इसके बारे में सरकार ने ऐलान भी कर दिया है। सरकार ने कहा है कि बीएसएनएल अब रिकवरी के लिए तैयार है यूजर्स को बेहतरीन सर्विस मिलने जा रही है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकारी स्वामित्व वाली बीएसएनएल की वित्तीय स्थिति सुधर रही है। उन्होंने कहा कि बीएसएनएल अगले साल के मध्य में 5जी लॉन्च कर सकती है। उन्होंने कहा कि कंपनी एक स्थायी संचालन की ओर बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘बीएसएनएल कायाकल्प की राह पर है। भारत जैसे देश में यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हमारे पास 3-4 मोबाइल ऑपरेटर हों।’
सिंधिया ने कहा, ‘बीएसएनएल अपने पैरों पर खड़ा हो रहा है। कंपनी ने पिछले 3-4 वर्षों में अपने रेवेन्यू में 12% की वृद्धि देखी है जो 21 हजार करोड़ रुपये है। इसी अवधि में खर्च में 2% की कमी आई है। 2021 से बीएसएनएल का EBITDA भी सकारात्मक हो गया है। 2021 में इसका परिचालन लाभ 1100 करोड़ रुपये था जो अब दोगुना से अधिक होकर 2300 करोड़ रुपये हो गया है।’
एक लाख टावर लगेंगे
बीएसएनएल कॉल कनेक्टिविटी में भी तेजी से सुधार कर रही है। सिंधिया ने कहा कि बीएसएनएल अगले साल मई या जून तक एक लाख टावर लगाने की योजना बना रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हमने सरकारी स्वामित्व वाली सी-डॉट और टाटा के स्वामित्व वाली तेजस के माध्यम से आरएएन (रेडियो एक्सेस नेटवर्क) के माध्यम से अपना स्वयं का 4जी कोर बनाया है। टीसीएस सिस्टम इंटीग्रेटर है। इसलिए, यह पूरी तरह से एकीकृत भारत समाधान है। हमने करीब 62 हजार टावर लगाए हैं।’ उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया का 5वां देश है जिसके पास अपना 4जी हार्डवेयर और स्टैक है।
सिंधिया ने कहा कि अगले साल के मध्य तक एक लाख टावर पूरे होने के साथ, बीएसएनएल उनमें से कुछ को 5जी तकनीक पर स्विच करना शुरू कर देगा। उन्होंने कहा, ‘हम ऐसा करने के लिए अच्छी तरह से आगे बढ़ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि बीएसएनएल फिर से अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा।’
दूसरे नेटवर्क में जाने लगे हैं यूजर्स
प्राइवेट कंपनियों जैसे जियो, एयरटेल और वोडा-आइडिया से बीएसएनएल में चले गए थे, वे अब वापस प्राइवेट कंपनियों की सर्विस ले रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण बीएसएनएल का खराब नेटवर्क है। कई यूजर्स की शिकायत रही है कि कंपनी का अच्छा नेटवर्क न होने के कारण उन कॉल पर ढंग से बात नहीं हो पाती है।
वहीं कंपनी ने अभी अपनी 5जी सर्विस शुरू नहीं की है। काफी जगह कंपनी का 4जी नेटवर्क भी अच्छे से काम नहीं करता, जिससे यूजर्स को तेज इंटरनेट नहीं मिल पा रहा था। हालांकि सरकार के इस प्लान से अब हो सकता है कि यूजर्स फिर से बीएसएनएल की राह पकड़ लें।