नई दिल्ली। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया CM कौन होगा? इसको लेकर कांग्रेस का मंथन जारी है और 3 बजे तक इस पर सस्पेंस खत्म हो सकता है। इसे लेकर राहुल गांधी के घर मीटिंग चल रही है। इस बीच अंबिका सोनी का नाम प्रमुख दावेदार के तौर पर सामने आया था, लेकिन उन्होंने खुद ही ऑफर ठुकरा दिया। साथ ही सलाह दी कि पंजाब में CM का चेहरा कोई सिख ही होना चाहिए, ऐसा नहीं हुआ तो पंजाब में कांग्रेस बिखर सकती है।
इस बीच नवजोत सिद्धू ने भी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ठोक दी है। हालांकि वे पहले से ही रेस में माने जा रहे थे, लेकिन अब उनका दावा और मजबूत होता दिख रहा है। दूसरी तरफ सुनील जाखड़ और सुखजिंदर रंधावा भी रेस में शामिल हैं।
विधायक भी बोले- पंजाब सिख स्टेट, CM भी सिख होना चाहिए
मौजूदा हालात को देखते हुए कांग्रेस के ऑब्जर्वर अजय माकन, हरीश चौधरी और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत नए सिरे से विधायकों का फीडबैक ले रहे हैं। उनसे पूछा जा रहा है कि वे किसे मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं? इसी बीच कांग्रेस विधायक परमिंदर पिंकी ने कहा कि पंजाब सिख स्टेट है, इसलिए यहां किसी सिख चेहरे को ही CM बनाया जाना चाहिए। इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर विधायक जुटने शुरू हो गए हैं, यानि उनकी दावेदारी मजबूत होती दिख रही है।
दो डिप्टी CM के फॉर्मूले पर भी विचार
मुख्यमंत्री पद के लिए सिख और हिंदू चेहरे के चक्कर में फंसी कांग्रेस में अब दो डिप्टी CM बनाने के फॉर्मूले पर भी विचार हो रहा है। अगर किसी हिंदू चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक जट सिख और एक दलित को डिप्टी CM बनाया जा सकता है। अगर सिख को CM बनाया जाता है तो फिर एक हिंदू और एक दलित नेता को डिप्टी CM बनाया जा सकता है। इस फॉर्मूले के जरिए कांग्रेस विरोधियों और खासकर अकाली दल के एक हिंदू और एक दलित को डिप्टी CM बनाने के चुनावी वादे का भी तोड़ निकाल सकती है।
जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो 55 साल बाद पंजाब में हिंदू CM
वहीं, अगर जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो 55 साल बाद पंजाब को पहला हिंदू CM मिलेगा। पूरे हालात को देखते हुए पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक को टाल दिया गया था। अब कांग्रेस हाईकमान सीधे ही CM चेहरे की घोषणा करेगा। पंजाब कांग्रेस के संगठन महासचिव और सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह ने कहा कि विधायक दल ने नए नेता को चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को दे दिया है। अब फैसला वहीं से होगा।
पहले यह फैसला शनिवार रात को ही विधायक दल की बैठक में होना था। इसलिए नया चेहरा चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को देकर प्रस्ताव तुरंत ई-मेल से भेजा गया। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ का CM बनना लगभग तय माना जा रहा था। हालांकि अचानक पंजाब के सिख स्टेट होने की वजह से सिख चेहरे की मांग भी उठ गई, जिसके बाद कांग्रेस हिंदू और सिख चेहरे के चक्कर में फंस गई।
हाईकमान जाखड़ पर राजी, विधायक सिद्धू पर अड़े
कांग्रेस हाईकमान सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में है। इसका संदेश उन्हें भेज दिया गया है। जिसके बाद जाखड़ ने राहुल गांधी के गुण गाते हुए ट्वीट भी किया है। दिल्ली से आए ऑब्जर्वरों को भी यही बात कहकर भेजी गई। हालांकि CLP की बैठक के बाद सिख चेहरे के रूप में सुखजिंदर रंधावा व नवजोत सिद्धू का नाम भी सामने आया। सिद्धू के नाम पर ज्यादातर विधायक सहमत हैं, जिसके बाद शनिवार देर रात नाम की घोषणा को टाल दिया गया।
हिंदू-सिख का सियासी गणित साधने में जुटी कांग्रेस
सिद्धू को प्रधान बनाने के बाद पंजाब में कांग्रेस का हिंदू-सिख गणित गड़बड़ा गया था। CM व पार्टी प्रधान की कुर्सी पर दोनों जट सिख चेहरे हो गए। जिसे देखते हुए अब मंथन चल रहा है कि वही संतुलन फिर कायम किया जाए। कांग्रेस हाईकमान इसीलिए पंजाब में हिंदू CM बनाना चाहता है, लेकिन विधायक इस पर राजी नहीं हैं।
विरोधियों के हिंदू डिप्टी सीएम दांव का तोड़
कांग्रेस की इस सियासी उठापटक के बीच बड़ा निशाना विपक्षी अकाली दल के हिंदू डिप्टी सीएम के दांव को भी फेल करना है। अगर कांग्रेस हिंदू मुख्यमंत्री बना देती है तो चुनाव में हिंदू वोट बैंक को बटोरने में उसे आसानी रहेगी। यही वोट बैंक चुनाव में कांग्रेस की बड़ी ताकत भी रहता है। खासकर ऐसे वक्त में जब अकाली दल ने BJP से गठजोड़ तोड़ लिया है।