नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को पत्रकार राणा अय्यूब से कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 1.77 करोड़ की सम्पत्ति को जब्त कर लिया है। एजेंसी ने डोनेशन के तौर पर मिले पैसे का निजी खर्चों के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया है कि राना अय्यूब ने कथित तौर पर तीन अभियानों के लिए मिले डोनेशन का इस्तेमाल नहीं किया। अधिकारी का ये भी आरोप है कि राना ने डोनेशन के कुछ हिस्से को कथित तौर पर निजी खर्चों में इस्तेमाल किया।
पुलिस ने ‘हिंदू आईटी सेल’ नाम की एक गैर सरकारी संस्था के संस्थापक और गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रहने वाले विकास सांकृत्यायन की शिकायत पर राना अयूब के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पत्रकार राना अय्यूब अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट में नियमित कॉलम लिखती हैं।
राना को मोदी सरकार का आलोचक माना जाता है। वहीं राना ने इन आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार उनकी पत्रकारिता के कारण उनके पीछे एजेंसियों को लगा रही है, लेकिन वे सच बोलना जारी रखेंगी।
राणा अय्यूब ने ट्वीट कर लिखा है कि जब मौजूदा सरकार एक पत्रकार को उसकी पत्रकारिता के खिलाफ जवाब देने के लिए सभी एजेंसियों को लगा देती है, तो एक पत्रकार कैसे रहेगा। उन्होंने आगे लिखा है- सच बोलना जारी रखकर।