नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर भले ही कमजोर पड़ गई हो लेकिन अब भी तीसरी लहर का खतरा टला नहीं है। कई राज्यों में कोरोना ने एकाएक बढ़ौतरी देखने को मिल रही है।
भारत में बुधवार को कोविड-19 के 43,654 नए मामले आए जिससे संक्रमण के कुल मामले 3,14,84,605 पर पहुंच गए जबकि 640 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,22,022 हो गयी।
उधर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा 14 जून से छह जुलाई के बीच किए गए एक सीरो सर्वे किया है। इस सर्वे के माध्यम से ये पता चला है कि देश के किस राज्य की आबादी में कितनी एंटीबॉडी बनी है।
आईसीएमआर ने इस सर्वे को 14 जून से छह जुलाई के बीच किया है। इस सर्वे में पता चला है कि 11 राज्यों में किये गये सर्वेक्षण में कम से कम दो-तिहाई आबादी में कोरोना वायरस एंटीबॉडी विकसित पाई गई।
आईसीएमआर की माने तो मध्य प्रदेश 79 प्रतिशत ‘सीरोप्रीवैलेंस’ के साथ इस लिस्ट में टॉप पर है जबकि केरल 44.4 प्रतिशत के साथ सबसे नीचे हैं। असम में ‘सीरोप्रीवैलेंस’ 50.3 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 58 प्रतिशत है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार इन आंकड़ों के मीडिया के सामने साझा किया है। सर्वेक्षित जनसंख्या में ‘सीरोप्रीवैलेंस’ राजस्थान में 76.2 प्रतिशत।
- बिहार में 75.9 प्रतिशत
- गुजरात में 75.3 प्रतिशत
- छत्तीसगढ़ में 74.6 प्रतिशत
- उत्तराखंड में 73.1 प्रतिशत
- उत्तर प्रदेश में 71 प्रतिशत
- आंध्र प्रदेश में 70.2 प्रतिशत
- कर्नाटक में 69.8 प्रतिशत
- तमिलनाडु में 69.2 प्रतिशत
- ओडिशा में 68.1 प्रतिशत पाई गई
बता दें कि विशेषज्ञ बार-बार लोगों को आगाह कर रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक हो सकती है।