नई दिल्ली। पाकिस्तान की आंतरिक सियासत का केंद्र बिंदू एक बार फिर भारत बन गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की तारीफ करते हुए सत्ता पक्ष पर तंज कसा है। यह दूसरा मौका है जब इमरान खान ने भारत की खुलकर तारीफ की है। ऐसे में पाकिस्तान में भारत को लेकर सियासत गरम हो गई है।
ऐसा नहीं कि इमरान खान भारत के पक्षधर रहे हो, लेकिन वह समय-समय पर अपनी सियासत को चमकाने के लिए भारत की तारीफ करते रहते हैं। सत्ता में रहते हुए भी उन्होंने भारत का इस्तेमाल किया था, एक बार विपक्ष की कुर्सी पर बैठक्र उन्होंने भारत की तारीफ की है। आइए जानते हैं कि इमरान खान बार-बार भारत की तारीफ क्यों करते हैं। इसके पीछे उनका बड़ा मकसद क्या है।
प्रो हर्ष बी पंत ने कहा कि पाकिस्तान के लिए यह कोई नई प्रथा नहीं है। पाकिस्तान भारत के जरिए अपनी आंतरिक राजनीति को संतुलित करता है। यह प्रयोग अक्सर पाकिस्तान के राजनीतिज्ञ करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान न केवल एक पड़ोसी मुल्क हैं, बल्कि दोनों के बीच एक प्रतिस्पर्द्धा भी चलती रहती है। आजादी के बाद से पाकिस्तान अक्सर अपनी तुलना भारत से करता रहता है। पाकिस्तान की सामरिक रणनीति तो भारत के मद्देनजर ही तैयार होती है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के राजनीतिज्ञ भारत का इस्तेमाल एक टूल के रूप में करते रहे हैं। पाकिस्तान के लोगों पर इसका गहरा मनौवैज्ञानिक असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब इमरान खान भारत की तारीफ करते हैं तो वह विपक्ष पर तंज कसते हैं। इमरान वस्तुत: भारत की तारीफ के जरिए यह दिखाने का प्रयास करते हैं कि वह हमारे मुल्क से कितना आगे निकल गया है। इसके जरिए वह यह दिखाना चाहते हैं कि हमारा प्रतिद्वंद्वी भारत हमसे आगे है। यह एक तरह से पाकिस्तान में सत्ता पक्ष की निंदा है।
प्रो पंत ने कहा कि भारत का विरोध पाकिस्तान के डीएनए में है। उन्होंने कहा कि भारत वहां की राजनीति के लिए बड़ा मसला है। इसका असर पाकिस्तान की विदेश नीति में भी देखा जा सकता है। प्रो पंत ने कहा कि ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका और भारत की निकटता की वजह से पाकिस्तान के सुर वाशिंगटन के विरोधी हो गए थे।
उन्होंने कहा कि इसके पीछे एक बड़ा कारण भारत भी रहा है। उन्होंने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते काफी तल्ख हो गए थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन की निकटता का प्रमुख कारण भारत है।
इमरान ने कब-कब किया भारत की तारीफ
1- बताया भारत में क्यों सस्ता हुआ ईंधन: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में करीब 30 रुपए की बढ़ोतरी किए जाने पर अपनी सरकार पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने गुरुवार की देर रात ट्विटर पर किए दो ट्वीट में पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार को आयातित सरकार कहकर निशाना साधा है।
इमरान ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाया है कि पाकिस्तान ‘विदेशी मालिकों के सामने आयातित सरकार की गुलामी की कीमत अब चुकाने लगा है। उन्होंने दूसरे ट्ववीट में लिखा है कि इसके विपरीत अमेरिका का सामरिक साझेदार भारत रूस से सस्ता तेल खरीदकर ईंधन की कीमतें 25 रुपए कम करने में सफल रहा है।
अब हमारा देश ठगों के गुट के चलते महंगाई की एक और डोज से जूझेगा। इमरान के अनुसार इसके चलते पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अब 20 फीसद या 30 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो गई, जो देश के इतिहास में एक बार में की गई सबसे तेज बढ़ोतरी है।
इमरान खान नई सरकार पर हैं हमलावर : प्रधानमंत्री के पद से हटाए जाने के बाद से ही इमरान नई सरकार पर हमलावर हैं। पहले तो पद पर रहते हुए ही उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें पद से हटाए जाने की साजिशें अमेरिका और अन्य देशों से हो रही हैं। नई सरकार के शपथ लेते ही इमरान उसे ‘आयातित’ बताते आए हैं और अब पेट्रोलियम उत्पादों के महंगा होते ही उसे असंवेदनशील और ठगों का गुट कहने लगे हैं।
सरकार से मंजूरी नहीं मिलने के बावजूद इमरान इन दिनों अपने समर्थकों के साथ इस्लामाबाद पहुंचने पर आमादा हैं। उनके लांग मार्च अभियान के चलते पाकिस्तान में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है।
अप्रैल, 2022 में इमनान ने भारत को खुद्दार कहा: इमरान खान सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से एक दिन पहले राष्ट्र के नाम संबोधन में विपक्षी दलों पर हार्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि भेड़-बकरी की तरह सियासतदां बिक रहे हैं। इस दौरान एक बार फिर उन्होंने अमेरिका की बुराई की और भारत की तारीफ में कसीदे पढ़े थे। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से एक दिन पहले इमरान ने देश के नाम संबोधन में भारत की तारीफ करते हुए कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार मुल्क है।
इमरान ने कहा कि किसी सुपरपावर की हिम्मत नहीं है कि भारत के खिलाफ साजिश करे। उन्होंने कहा कि हमारी विदेश नीति आजाद होनी चाहिए। उन्होंने फिर कहा कि हमारी विदेश नीति भारत जैसी होनी चाहिए। इमरान ने कहा था हिंदुस्तान के खिलाफ किसी भी दूसरे देश की हिम्मत नहीं कि वो उसके खिलाफ कुछ भी कह सके। भारत को कोई आंख नहीं दिखा सकता।