नई दिल्ली। कांग्रेस को अभी भी उम्मीद है कि सचिन पायलट लौट आएंगे। लगातार तीसरे दिन पार्टी ने पायलट से वापस आने की अपील की। जयपुर गए ऑब्जर्वर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीते दिनों में हमने सचिन पायलट को अपनी बात रखने को कहा। कल भारी मन से उनके खिलाफ कार्रवाई की। सुरजेवाला ने कहा कि आज मीडिया के जरिए उनके बयान की जानकारी मिली। वे कह रहे हैं कि भाजपा में नहीं जाएंगे। हम कहना चाहते हैं कि वे हरियाणा सरकार की मेजबानी छोड़ें। परिवार में लौट आएं। साथ में बैठें और अपनी बात रखें।
इस बीच, खबरें आईं कि राहुल गांधी ने पायलट के जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अगर कोई पार्टी छोड़कर जाना चाहता है तो वो जाएगा ही। सूत्रों के मुताबिक, एनएसयूआई की मीटिंग में राहुल ने यह बात कही। हालांकि, मीडिया में जैसे ही राहुल का यह बयान सुर्खियां बना, कांग्रेस ने तुरंत सफाई दी। सुरजेवाला ने कहा कि यह खबर पूरी तरह गलत है कि राहुल ने ऐसा कोई बयान दिया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर जमकर तंज कसे और आरोप लगाए। हालांकि, मीडिया के सामने दिए गए इस बयान में उन्होंने पायलट का नाम कहीं नहीं लिया। हां, नई पीढ़ी शब्द का इस्तेमाल कर उन्होंने सारी बातें रखीं। गहलोत ने कहा कि उनके पास सबूत है कि हॉर्स ट्रेडिंग हुई और ये (पायलट खेमा) उसमें शामिल थे। उन्होंने कहा कि अगर नई पीढ़ी की हॉर्स ट्रेडिंग को पसंद करेगी, उसे प्रमोट करेगी, उसका हिस्सा बनेगी तो क्या देश बर्बाद नहीं हो जाएगा।
पायलट के सवाल, आरोप और तंज
- छापे क्यों पड़े थे इनकम टैक्स के? आप सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी का दुरुपयोग करके डराएंगे लोगों को? कहां लोकतंत्र रह गया है?
- 40 साल से राजनीति कर रहे हैं, तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। नई पीढ़ी जो आई है, हम उनको प्यार करते हैं। आने वाला कल उनका है। नई पीढ़ी बोलती है कि हम उन्हें पसंद नहीं करते हैं। ये बात गलत है। राहुल गांधी पसंद करते हैं, सोनिया गांधी पसंद करती हैं। अशोक गहलोत पसंद करता है, सबूत है कि जब हमारी मीटिंग होती है तो मैं लड़ाई लड़ता हूं यूथ कांग्रेस के लिए।
- देश के अंदर 40 साल पहले की जो लीडरशिप है, उसकी खूब रगड़ाई हुई थी इसलिए 40 साल के बाद भी हम जिंदा हैं। कोई पीसीसी प्रेसीडेंट, कोई चीफ मिनिस्टर, कोई महामंत्री और कोई केंद्रीय मंत्री बना।
- नई पीढ़ी आई है, उसकी रगड़ाई नहीं हो पाई तो ये समझ नहीं पा रही। आज केंद्रीय मंत्री बन गए, पीसीसी अध्यक्ष बन गए। अगर इनकी ढंग से रगड़ाई हुई होती तो ये और अच्छे ढंग से काम करते।
- मैंने ये भी कहा कि आज ये लोग हमसे अच्छा काम कर सकते हैं। हमारे जमाने में कोई कम्युनिकेशन नहीं था। आज आईटी आ गया है, मोबाइल है, मीडिया है। देश का भविष्य इन पर निर्भर करता है। अगर ये खुद ही हॉर्स ट्रेडिंग का हिस्सा बनेंगे, उसे पसंद करेंगे और प्रमोट करेंगे तो फिर नई पीढ़ी के लोग देश को बर्बाद नहीं करेंगे क्या?
- हमारे कुछ साथी भाजपा के जाल में फंसकर अतिमहत्वाकांक्षी बनकर हॉर्स ट्रेडिंग करने लगे। आप केंद्र की भाजपा के साथ पैसे की डील करो, लेन-देन करो, हॉर्स ट्रेडिंग करो। हॉर्स ट्रेडिंग करके सरकार को गिरा रहे हैं। जैसे उन्होंने मध्यप्रदेश में किया। हमारे पास सबूत है। जो उनके दलाल लोग थे, जिन्होंने ये काम किया, ऑफर कर रहे थे पैसा। ये सबूत मेरे पास है।
- लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश हो रही है। हॉर्स ट्रेडिंग से देश बर्बाद हो रहा है। साजिश करने वाले दिल्ली में बैठे हैं। हमारे कुछ लोग सरकार के खिलाफ हो रही साजिश में शामिल थे। दिल में देश के लिए क्या है, आपका कमिटमेंट क्या है। पार्टी के लिए आपका कमिटमेंट क्या है, ये देखा जाता है। सोने की छुरी प्लेट में खाने के लिए नहीं होती है।
अहम अपडेट्स..
- राजस्थान के एमएलए मानेसर को होटल में रुकने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा- इसमें हमारा कोई हाथ नहीं है। हरियाणा के होटल सभी के लिए खुले हैं। कोई भी यहां रह सकता है।
- जयपुर गए ऑब्जर्वर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीते दिनों में हमने सचिन पायलट को अपनी बात रखने को कहा। कल भारी मन से उनके खिलाफ कार्रवाई की।
- गहलोत ने कहा- जैसे मध्य प्रदेश में हुआ, वैसी ही साजिश राजस्थान में रची गई। हमारे कुछ साथी भाजपा की साजिश का हिस्सा बने। हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल हुए। हमारे पास इसके सबूत हैं। नई पीढ़ी की ढंग से रगड़ाई हुई होती तो ये और अच्छे ढंग से काम करते।
बागी विधायकों से स्पीकर ने शुक्रवार तक जवाब मांगा
विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने बुधवार को कांग्रेस की शिकायत पर पायलट समेत 19 असंतुष्ट विधायकों को नोटिस जारी किया है। उनसे शुक्रवार तक जवाब मांगा गया है। नोटिस में पूछा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और कांग्रेस विधायकों की दो बैठकों में शामिल नहीं होने पर उन्हें अयोग्य क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए? राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि पायलट समेत 19 मेंबर्स अगर दो दिन में जवाब नहीं देते हैं तो यह माना जाएगा कि वे कांग्रेस विधायक दल से अपनी सदस्यता छोड़ रहे हैं।
कांग्रेस कहना है कि पार्टी व्हिप को नहीं मानने पर पायलट और दो मंत्रियों पर कार्रवाई की गई। रात 12 बजे बाद विधायकों के वॉट्सऐप पर नोटिस भेजे गए। बाद में उनके घर पर नोटिस चिपकाए गए।
इन विधायकों को नोटिस भेजा गया
सचिन पायलट, रमेश मीणा, इंद्राज गुर्जर, गजराज खटाना, राकेश पारीक, मुरारी मीणा, पीआर. मीणा, सुरेश मोदी, भंवर लाल शर्मा, वेदप्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, हरीश मीणा, बृजेन्द्र ओला, हेमाराम चौधरी, विश्वेन्द्र सिंह, अमर सिंह, दीपेंद्र सिंह और गजेंद्र शक्तावत।
पायलट ने कहा- मैं भाजपा में शामिल नहीं हो रहा
पायलट ने बुधवार को पहली बार अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘अभी भी मैं कांग्रेस का मेंबर हूं। कुछ लोग मेरा नाम भाजपा से जोड़ रहे हैं। मेरी इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है। मैंने राजस्थान में कांग्रेस की वापसी के लिए बहुत मेहनत की थी, लेकिन बाद में मेरी बात सुनी नहीं गई।
‘पार्टी के अंदर अपनी बात कहने का मंच नहीं बचा था’
- पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री गहलोत से नाराज नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैंने गहलोत से कोई खास ताकत भी नहीं मांगी थी। मैं चाहता था कि जनता से किए गए वादे पूरे किए जाएं।’ उनसे जब पूछा गया कि आखिर उन्होंने बगावत क्यों की? पार्टी के अंदर चर्चा क्यों नहीं की? जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर चर्चा का कोई मंच बचा ही नहीं था।
- राहुल गांधी ने इस मामले में दखल दिया? आपकी उनसे बात हुई? इसके जवाब में कहा कि राहुल गांधी अब कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं। राहुल ने जब से इस्तीफा दिया, गहलोत जी और उनके एआईसीसी के दोस्तों ने मेरे खिलाफ मोर्चा खोल दिया। तभी से मेरे लिए आत्मसम्मान बचाना मुश्किल हो गया था। ये सत्ता नहीं बल्कि आत्मसम्मान की बात थी। पढ़ें: पद से हटने के बाद पायलट का पहला इंटरव्यू
अपडेट्स
- सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से बर्खास्त करने के एक दिन बाद भी कांग्रेस ने सुलह के दरवाजे खुले रखे हैं। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने बुधवार को कहा कि पायलट को भगवान सद्बुद्धि दे। उन्हें उनकी गलती समझ आए। मेरी प्रार्थना है कि वे भाजपा के मायावी जाल से बाहर निकल आएं। उनके लिए दरवाजे खुले हैं।
- गहलोत सरकार जल्द ही विधानसभा का सत्र बुला सकती है।
- भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया ने कांग्रेस के बागी विधायकों को स्पीकर के नोटिस भेजने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि व्हिप सिर्फ विधानसभा में लागू होता है। पार्टी बैठकों पर लागू नहीं होता है। नोटिस भेजना विधानसभा सचिवालय का क्षेत्राधिकार ही नहीं बनता।
- स्पीकर का नोटिस मिलने के बाद पायलट दिल्ली में संविधान और कानून के जानकारों से सलाह मशविरा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि वे नई राजनीतिक पार्टी का गठन करने के बारे में भी विशेषज्ञों से चर्चा कर रहे हैं।
- प्रदेश कांग्रेस की सभी कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। नए अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा नए सिरे से इनका गठन करेंगे।