नई दिल्ली। शरद पवार ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। फैसले के फौरन बाद उन्होंने नया अध्यक्ष चुनने के लिए 15 सदस्यों की एक कमेटी भी बना दी। कमेटी बुधवार को सुबह 11:30 बजे इस पर बैठक करेगी।
कमेटी में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तडकारे, केके शर्मा, पीसी चाको, अजित पवार, जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र अह्वाद, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ का नाम शामिल है। पीसी चाको भी पवार से मिलने मुंबई पहुंच चुके हैं।
शरद पवार भी सुबह 10:30 बजे पार्टी दफ्तर पहुंच गए। वे यहां पार्टी नेताओं-कार्यकताओं से 1 बजे तक मिलेंगे। पवार ने कहा कि इस्तीफा वापस के लिए मुझ पर बड़ा दबाव है। पार्टी कार्यकर्ता पवार का फैसला मानने को तैयार नहीं हैं। वे उनसे इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे हैं। अजित पवार ने भी मंगलवार को कहा था कि साहब अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने दो-तीन दिन का समय मांगा है।

अजित पवार के घर पार्टी विधायकों की बैठक
बुधवार को अजित पवार के घर पार्टी विधायकों की बैठक हुई। सुबह राजेन्द्र सिंघने, उमेश पाटिल और प्राजक्त कानपुरे शरद पवार से मिलने उनके घर सिल्वर ओक पहुंचे थे। पार्टी प्रवक्ता उमेश पाटिल ने बताया- मैं पवार साहब से मिलकर आया हूं। उन्होंने कहा कि सोच-समझकर फैसला लिया गया है। लीडरशिप और अध्यक्ष दोनों अलग-अलग चीजें हैं। पार्टी का अध्यक्ष भले कोई हो, नेतृत्व हमेशा मेरा रहेगा। कार्यकर्ता मुझे हमेशा पार्टी के लीडर के तौर पर देखेंगे। इसमे कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि, तमाम कार्यकर्ताओ और नेताओ का मन है कि पवार साहब ही अध्यक्ष रहें।
इस्तीफे में लिखा- लगातार यात्रा मेरी जिंदगी का हिस्सा

शरद पवार ने इस्तीफे में लिखा, ‘मेरे साथियों! मैं NCP के प्रेसिडेंट का पद छोड़ रहा हूं, लेकिन सामाजिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं। लगातार यात्रा मेरी जिंदगी का अटूट हिस्सा बन गया है। मैं पब्लिक मीटिंग और कार्यक्रमों में शामिल होता रहूंगा। मैं पुणे, बारामती, मुंबई, दिल्ली या भारत के किसी भी हिस्से में रहूं, आप लोगों के लिए हमेशा की तरह उपलब्ध रहूंगा। लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए मैं हर वक्त काम करता रहूंगा। लोगों का प्यार और भरोसा मेरी सांसें हैं। जनता से मेरा कोई अलगाव नहीं हो रहा है। मैं आपके साथ था और आपके साथ आखिरी सांस तक रहूंगा। तो हम लोग मिलते रहेंगे। शुक्रिया।’
बायोग्राफी के विमोचन पर इस्तीफे का ऐलान, लिखा- उद्धव का इस्तीफा गठबंधन पर पूर्ण विराम

शरद पवार मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में मंगलवार को अपनी पॉलिटिकल बायोग्राफी ‘लोक भूलभुलैया संगति’ का विमोचन कर रहे थे। इस किताब के पन्ना नंबर 319 पर उन्होंने लिखा- महाविकास अघाड़ी की सरकार सिर्फ सत्ता का खेल नहीं थी। अन्य पार्टियों को दबाकर, अन्य पार्टियों का महत्व किसी ना किसी तरह से खत्म करके राजनीतिक वर्चस्व निर्माण करने वाली भाजपा को यह करारा जवाब था।
चार दिन पहले किया था इशारा
4 दिन पहले गुरुवार को शरद पवार ने कहा था कि रोटी पलटने का वक्त आ गया है। किसी ने मुझसे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी है। न पलटे तो कड़वी हो जाती है। इस बयान पर अजित पवार ने कहा कि नए चेहरों को आगे लाना NCP की परंपरा रही है। NCP महाराष्ट्र के महा विकास अघाड़ी गठबंधन में सहयोगी है।
पवार ने 1999 में कांग्रेस से अलग होकर NCP बनाई थी। उसके बाद से ही वे पार्टी के अध्यक्ष थे। पवार के ऐलान के बाद पार्टी कार्यकर्ता रोने लगे और उनसे फैसला वापस लेने की मांग करने लगे।
देश में NCP के 9 सांसद, 3 राज्यों में 57 विधायक
NCP की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, NCP के देश में अभी 9 सांसद हैं। इनमें लोकसभा के 5 और राज्यसभा के 4 मेंबर शामिल हैं। वहीं, देशभर में पार्टी के 57 विधायक हैं। महाराष्ट्र में 54, केरल में 2 और गुजरात में 1 विधायक शामिल हैं। वहीं, देशभर में पार्टी के 20 लाख कार्यकर्ता हैं।