NDA में बढ़ने लगा दांव-पेच का खेल: यूपी में BJP के सहयोगियों ने बढ़ा दी मुश्किलें

लखनऊ। देश में लोकसभा चुनाव को लेकर INDIA और NDA दो गठबंधन बने हैं। उत्तर प्रदेश में दोनों ही गठबंधन में कई दल शामिल हैं। लेकिन, गठबंधन में शामिल दलों ने अब आगामी चुनाव के लिए सीटों को लेकर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के साथ दांव-पेच का खेल शुरू कर दिया है। गठबंधन के सहयोगियों ने अपनी मांग अब मुखर होकर रखनी शुरू कर दी है।

बात बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की करते हैं। एनडीए गठबंधन में पहले से अपना दल और निषाद पार्टी शामिल थी, बीते दिनों सुभासपा भी इसी गठबंधन का हिस्सा बन गई है। लेकिन सुभासपा के शामिल होने के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन दलों ने बीजेपी के साथ दांव-पेच का खेल शुरू कर दिया है। सीटों को लेकर पहले निषाद पार्टी ने अपनी मांग रखी थी। सूत्रों की माने तो अब अपना दल ने भी अपनी डिमांड रख दी है।

निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद और सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर। दोनों दल NDA के सहयोगी हैं।
निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद और सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर। दोनों दल NDA के सहयोगी हैं।

निषाद पार्टी की बड़ी डिमांड
दरअसल, सुभासपा जब एनडीए में शामिल हुई तो ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के ओर से लोकसभा चुनाव के लिए तीन सीटों की डिमांड रखी गई। इसके बाद निषाद पार्टी प्रमुख और मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा, “निषाद पार्टी लोकसभा की 37 सीटों पर लड़ने को तैयार है। हम अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। भाजपा 2019 में जिन सीटों पर हारी थी वो सभी हमें दे दे। हम उन्हें जीतकर देंगे। निषाद पार्टी लोकसभा चुनाव की 37 सीटों पर लड़ने की तैयार कर रही है। हम अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे।”

ओम प्रकाश राजभर और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
ओम प्रकाश राजभर और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

अपना दल ने मांगी ये सीटें
निषाद पार्टी की इस डिमांड के कुछ दिनों बाद ही अपना दल प्रमुख और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान अनुप्रिया पटेल के पति और योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल भी मौजूद थे। सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात के दौरान अपना दल के ओर से यूपी में दो से ज्यादा लोकसभा सीटों की मांग रखी गई। बीते चुनाव में अपना दल मिर्जापुर और सोनभद्र सीट पर चुनाव लड़ी थी। जबकि 2014 में पार्टी मिर्जापुर और प्रतापगढ़ में चुनाव लड़ी थी। इस बार मिर्जापुर और सोनभद्र के अलावा पार्टी प्रतापगढ़ सीट भी मांग रही है।

यानी देखा जाए तो बीजेपी के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों ने बात शुरू कर दी है। गठबंधन के दौरान सुभासपा ने अपनी डिमांग बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के सामने रख दी थी। सुभासपा के बाद अब निषाद पार्टी और अपना दल ने अपनी मांग के जरिए बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है। हालांकि सूत्रों का दावा है कि एनडीए के साथ यूपी में अभी कुछ और दल जुड़ सकते हैं। इस वजह से सीटों पर अभी तक बात नहीं शुरू हो पाई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here