नई दिल्ली। अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप (ADAG) के चेयरमैन अनिल अंबानी पर अब एक नई मुसीबत आ गई है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) और इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने रिलायंस कम्युनिकेशन (RCom) के बैंक अकाउंट को फ्रॉड करार कर दिया है। बैंकिंग सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड का अकाउंट भी फ्रॉड करार
इसी क्रम में SBI और UBI ने रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड (RTL) के बैंक अकाउंट को भी फ्रॉड करार दिया है। रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड RCom की 100% सब्सिडियरी है। इसके अलावा स्टेट बैंक ने RCom की अन्य सब्सिडियरी रिलायंस इंफ्राटेल लिमिटेड के बैंक खाते को भी फ्रॉड करार दिया है। बैंकों ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब एक सप्ताह पहले ही NCLT की मुंबई बेंच ने रिलायंस इंफ्राटेल के रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दी है।
रिलायंल डिजिटल प्लेटफॉर्म के रेजोल्यूशन प्लान को मिली है मंजूरी
रिलायंस इंफ्राटेल लिमिटेड के लिए लैंडर्स ने रिलायंस डिजिटल प्लेटफॉर्म के रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दी है। रिलायंस डिजिटल प्लेटफॉर्म रिलायंस जियो ग्रुप की कंपनी है। इस रेजोल्यूशन प्लान के तहत लैंडर्स को रिलायंस डिजिटल से 4,000 करोड़ रुपए मिलेंगे। रिलायंस इंफ्राटेल के पास 43,000 टावर और 1,72,000 किलोमीटर का फाइबर नेटवर्क है।
RCom और RTL के रेजोल्यूशन प्लान को NCLT की मंजूरी का इंतजार
लैंडर्स ने RCom और RTL के रेजोल्यूशन प्लान को भी मंजूरी दे दी है। अब इन रेजोल्यूशन प्लान को NCLT की मुंबई बेंच की मंजूरी का इंतजार है। इन दोनों कंपनियों की बिक्री से लैंडर्स को करीब 18,000 करोड़ रुपए मिलेंगे। इन दोनों कंपनियों के लिए लैंडर्स ने UV असेट री-कंस्ट्रक्शन के रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दी है।