बुधवार रात से ही पुलिस उसकी तलाशी में जुटी है। आज पुलिस ने उसे समरावता गांव से गिरफ्तार कर लिया है। गांव में पुलिस की जबरदस्त तैनाती की गई है। गुरुवार सुबह नरेश मीणा ने मीडिया से बातचीत की। गांव में जब पुलिस उसकी गिरफ्तारी करने पहुंची तो वो पहले से ही अपने समर्थकों के साथ बैठा था।
नरेश मीणा ने मीडिया से कहा कि मैं यहां गिरफ्तारी देने आया हूं और पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच होनी चाहिए, पुलिस ने बहुत बर्बरता की, हमने जवाबी कार्रवाई भी की, कल दिन में कलेक्टर आ जातीं मौके पर तो कुछ नहीं होता। मीना ने कहा कि वह पुलिस कस्टडी से नहीं भागे थे।
पुलिस ने 60 लोगों को किया गिरफ्तार
बीती रात जब पुलिस नरेश मीणा को गिरफ्तार करने समरावता गांव पहुंची तो उसके समर्थकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। वहीं दोनों तरफ से फायरिंग भी शुरू हो गई।
पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों पर आंसू गैस के गोले भी दागे। इस मामले में पुलिस ने 60 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और चार एफआईआर दर्ज भी की है।
क्यों वोटिंग के दौरान मचा बवाल?
देवरी-उनियारा विधानसभा क्षेत्र की कचरावता ग्राम पंचायत के समरावत गांव के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर रखा था। ग्रामीणों का कहना था कि उनका गांव पहले उनियारा उपखंड में था, लेकिन बाद में पिछली सरकार ने उनके गांव को उनियारा से हटाकर देवली में उपखंड में शामिल कर दिया था।
इस बात से ग्रामीण नाखुश हैं। ग्रामीणों की मांग है कि गांव को एक बार फिर उनियारा में शामिल किया जाए। पुलिस का आरोप है नरेश मीणा गांव वालों को वोट का बहिष्कार करने का दबाव बना रहे थे।