सीतापुर। रामपुर कला के गुलरहिया चहारपुर में आठ नवंबर को गन्ने के खेत में टुकड़ों में मिले महिला के शव की पहचान ने हत्या का भेद खोल दिया। लौना निवासी ज्योति मौर्य उर्फ स्नेहा की हत्या पति पंकज ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर की थी। पहचान न हो सके, इसके लिए ज्योति के शव के छह टुकड़े कर दिए गए थे। उसका धड़, सिर, हाथ और पैर अलग कर दिए गए थे। महिला का सिर तलाशने में पुलिस को 10 घंटे से अधिक समय लगा था।
अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एनपी सिंह ने बताया कि महिला का शव छह टुकड़ों में मिला था। पति पंकज ने पत्नी की गलत आदतों से परेशान होकर हत्या करने की बात स्वीकारी है। यह भी बताया कि बाइक से लाते समय गमछे से गला कसकर उसकी हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए छह टुकड़े किए और गन्ने के खेत में शव को फेंक दिया।
महिला की पहचान के लिए जिले की पुलिस बाराबंकी, हरदोई, लखनऊ, लखीमपुर सहित आसपास के जिलों की पुलिस से न सिर्फ सपंर्क साधा था, बल्कि उसके फोटो वाला पोस्टर लेकर गांवों में भी जा रहे थे।
नशीली दवाओं की लत ने ली जान : पुलिस की पूछताछ में पति पंकज ने बताया कि कुछ वर्ष पहले स्नेहा को सिर दर्द हुआ था। लखनऊ के एक अस्पताल में डाक्टर ने नींद आने की दवा दे दी। धीरे धीरे ज्योति उर्फ स्नेहा इस नशीली दवा की लती हो गई। नशीली दवा का सेवन कर वह घर से निकल जाती थी। कई कई दिन दूसरे लोगों के घर में रुक जाती थी।
पत्नी की इस लत से परेशान पंकज ने अपने दोस्तों दुर्जन पासी व जीवन के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने पंकज की निशानदेही पर साड़ी का खून लगा टुकड़ा, मृतका के पैर की हड्डी और हत्या में प्रयोग किया गया गड़ासा व बाइक बरामद किया है।