लखनऊ। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एएटीएस) ने स्वतंत्रता दिवस से पूर्व पकड़े गए तीनों आतंकियों को पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ का सिलसिला शुरू कर दिया है। शुरुआत में तीनों से अलग-अलग पूछताछ कर उनके संपर्क में रहे अन्य संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द एटीएस तीनों का सामना भी कराएगी।
तीनों आतंकी पाकिस्तानी हैंडलर्स से लेते थे हुक्म
- एटीएस के अलावा अन्य जांच व खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी तीनों से पूछताछ करेंगे। एटीएस ने नौ अगस्त को आजमगढ़ से आइएस (इस्लामिक स्टेट) के आतंकी सबाउद्दीन को पकड़ा था।
- इसके बाद जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी मुहम्मद नदीम व उसके साथी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला की गिरफ्तारी की गई थी।
- तीनों ही इंटरनेट मीडिया के जरिये आतंकी संगठनों के सक्रिय सदस्यों के सीधे संपर्क में थे। एटीएस की जांच में सामने आया था कि तीनों ही प्रदेश में आतंकी वारदात कर सनसनी फैलाने की योजना बना रहे थे।
- ऐसे में उनके अन्य सक्रिय साथियों की तलाश तेज की गई है। खासकर इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के जरिये तीनों के अधिक संपर्क में रहे युवकों को चिह्नित किया जा रहा है।
- कुछ संदिग्धों को लेकर गहन छानबीन भी चल रही है। जल्द एटीएस उनसे भी पूछताछ शुरू कर सकती है। एटीएस की विशेष अदालत ने मु. नदीम व हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला की 12 दिनों की तथा सबाउद्दीन की 10 दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की है।
- एटीएस शुरुआती पूछताछ के बाद तीनों को कुछ स्थानों पर ले जाकर भी पड़ताल कर सकती है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि तीनों आतंकियों से विभिन्न बिंदुओं पर पूछताछ शुरू की गई है।
आतंकियों को मिला था अलग अलग टास्क
यूपी एटीएस की तीनों आतंकियों के नटवर्क पर खास नजर है। प्रदेश के जिस हिस्से में भी तीनों आतंकी किसी भी इंटरनेट मीडिया के जरिए बात करते थे अब एटीएस उनकी भी तलाश कर रही है। वहीं तीनों आतंकियों को अलग अलग टास्क दिए गए थे। आजमगढ़ से 9 अगस्त को पकड़े गए आइएस (इस्लामिक स्टेट) के आतंकी सबाउद्दीन को स्वतंत्रता दिवस पर दहशत फैलाने का टास्क दिया गया था वहीं जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी मुहम्मद नदीम को भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या का टास्क दिया गया था।