नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक के नौवें दिन भारत के लिए चक्काफेंक(डिस्कस थ्रो) से अच्छी खबर आई है। दरअसल भारत की कमलप्रीत कौर ने 64 मीटर के थ्रो के साथ क्वालिफिकेशन दौर में दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया है।
हालांकि अनुभवी सीमा पूनिया ने निराश किया है और फाइनल में क्वालीफाई करने से चूक गई है। कमलप्रीत ने अपने तीसरे प्रयास में 64 मीटर का थ्रो फेंका और क्वालिफिकेशन मार्क भी हासिल कर लिया।
बात अगर क्वालिफिकेशन की जाये तो इसमें अमेरिका की वालारी आलमैन के बाद कमलप्रीत 64 मीटर या अधिक का थ्रो फेंकने वाली अकेली खिलाड़ी रही है।
दोनों पूल में 31 खिलाडिय़ों में से 64 मीटर का मार्क पार करने वाले या शीर्ष 12 ने क्वालिफाई किया। सीमा पूनिया पूल ए में 60.57 के थ्रो ही फेेंक सकी और छठवें स्थान पर रही है। इस स्पर्धा का फाइनल दो अगस्त को खेला जायेगा।
कमलप्रीत के प्रदर्शन पर एक नजर
- पहले प्रयास में 60.29 मीटर का थ्रो फेंका
- दूसरे प्रयास में 63.97 मीटर का थ्रो फेंका
- तीसरे प्रयास में 64 मीटर का थ्रो फेंका
वहीं सीमा के प्रदर्शन पर एक नजर
- पहला प्रयास अवैध रहा
- दूसरे प्रयास में उन्होंने 60.57 मीटर का थ्रो फेंका
- तीसरे में 58.93 मीटर का थ्रो फेंका
- कमलप्रीत के करियर पर एक नजर
कमलप्रीत कौर पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले की रहने वाली है। उन्होंने 24वें फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में जोरदार प्रदर्शन करते हुए 65.06 मीटर चक्का फेंककर टोक्यो 2020 ओलम्पिक में अपना स्थान पक्का किया है।
इसमें उन्होंने 63.50 मीटर के ओलंपिक योग्यता अंक को पार कर लिया था। इतना ही नहीं कृष्णा पूनिया द्वारा स्थापित 64.76 मीटर के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया था।
मौजूदा साल में उन्होंने एक नहीं दो बार 65 मीटर का आंकड़ा पार किया है। ऐसे में कहा जा रहा है कि अगर इसी तरह की लय कायम रखती है तो टोक्यो ओलम्पिक में देश के लिए पदक हासिल कर सकती है।