टोक्यो। फिलहाल भारतीय पुरुष हॉकी टीम फाइनल की रेस से बाहर हो गई है। उसे सेमीफाइनल में विश्व चैम्पियन बेल्जियम के हाथों हार मिली है। हालांकि टीम इंडिया के पास अब भी मेडल जीतने का मौका है। भारतीय हॉकी टीम वह अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेलेगी।
टोक्यो ओलंपिक के 11वें दिन मंगलवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम को सेमीफाइनल में 2018 की विश्व चैंपियन बेल्जियम से 2-5 से हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेलेगी। इस हार ने भारतीय मेंस हॉकी टीम के साथ करोड़ों भारतीय खेल प्रेमियों का दिल भी तोड़ दिया।
भारत की ओर से हरमनप्रीत तथा मनदीप सिंह ने एक-एक गोल किए। बेल्जियम के लिए एलेक्जेंडर ने अपनी हैट्रिक पूरी की। वहीं बेल्जियम के लिए एलेक्जेंडर हेड्रिक्स ने अपनी हैट्रिक पूरी की।
वहीं भारतीय हॉकी टीम की हार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम का हौसला बढ़ाते हुए ट्वीट किया कि जीत और हार तो जिंदगी का हिस्सा है। हमारी मेंस हॉकी टीम ने अपना बेस्ट दिया।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘जीत और हार तो जिंदगी का हिस्सा है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में हमारी भारतीय मेंस हॉकी टीम ने अपना बेस्ट दिया। भारतीय टीम को अगले मैच के लिए और भविष्य के लिए शुभकामनाएं। भारत को अपने खिलाडिय़ों पर गर्व है।’
बेल्जियम के खिलाफ भारत तीसरे क्वार्टर तक स्कोर 2-2 की बराबरी पर था। चौथे क्वार्टर में बेल्जियम के जबर्दस्त हमले का भारतीय टीम के पास कोई जवाब नहीं था। बेल्जियम की जीत के हीरो रहे एलेक्जेंड हेंड्रिक्स, जिन्होंने इस मैच में कुल तीन गोल दागे।
पहले क्वार्टर के बाद भारतीय टीम 2-1 से आगे थी। भारत के लिए इस मैच में कुल दो गोल हुए, मनदीप सिंह और हरमनप्रीत सिंह ने भारत की ओर से एक-एक गोल किया।
फिलहाल दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाना है, जीतने वाली टीम फाइनल में गोल्ड मेडल के मुकाबले में बेल्जियम से भिड़ेगी और हारने वाली टीम ब्रोन्ज मेडल मुकाबले के लिए भारतीय टीम से भिड़ेगी।