लखनऊ। देशभर में राजस्थान के बेरोजगारों का आंदोलन अब चर्चा का विषय बन गया है। अपनी 22 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान के बेरोजगार 5 दिन से UP कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। बुधवार को बेरोजगारों ने लखनऊ कांग्रेस कार्यालय के बाहर दंडवत लेटकर विरोध जताया। इस दौरान बेरोजगारों ने राजीव गांधी की मूर्ति के सामने फूल चढ़ा कर और दंडवत लेटकर प्रियंका गांधी से मिलने की गुहार लगाई।
राजस्थान एकीकृत बेरोजगार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि राजस्थान सरकार ने बेरोजगारों के साथ वादाखिलाफी की है। पिछले 49 दिनों से बेरोजगार धरना दे रहे हैं। लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। जिसके बाद मजबूरन प्रदेश के बेरोजगारों को उत्तर प्रदेश आना पड़ा है। उपेन ने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगों को नहीं माना तो आने वाले चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कांग्रेस के नेताओं ने बेरोजगारों से बातचीत कर सभी मांगों को पूरा करने की बात कही थी। लेकिन अब तक एक भी मांग पूरी नहीं हुई। बल्कि राजस्थान कांग्रेस के नेता अब बेरोजगारों को ब्लैकमेलर जैसे आरोप लगा रहे हैं। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। उपेन ने कहा कि ना मैं और ना ही कोई और छात्र चुनाव लड़ना चाहता है। हम इस बात को लिखित में भी देने को तैयार हैं। लेकिन इसके लिए सरकार भी में लिखित आश्वासन दे। इसके बाद हम उसी वक्त धरना खत्म कर देंगे।