लहरपुर-सीतापुर। क्षेत्र के लोगों को महामारी की कगार परलाने वाली लहरपुर की गोला फैक्ट्री पर विगत दिवस प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड के अधिकारी, लेखपाल सहित अन्य अधिकारियों ने छापामार कार्यवाही कर दी। छापामार टीम को देखते ही गोला फैक्ट्री के मालिकान फरार हो गये। टीम के अधिकारियों आस पास लोगों के बयान दर्ज किये और अग्रिम कार्यवाही हेतु दस्तावेजों को आगे भेज दिया है। सूत्रो द्वारा दावा किया जा रहा है कि यह कारखाना पूरी तरह से अवैध रूप से चल रहा था जनता परेशान हो रही थी क्येाकि सड़ी हुई मई से गोला बनाने का कार्य किया जा रहा था इन गोलों को जनपदके ईट भठठो पर बेंचा जा रहा था।
गोला बनाते हुए हो रही गन्दगी से स्कूल के छात्र व आस पास स्थित गांव में रहने वाले लोग भी परेशान थे। समाचार पत्र की टीम ने इस खबर को प्राथमिकता के साथ प्रकाशित किया। खबर के प्रकाशन के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी व अन्य अधिकारी सक्रिय हुए और उन्होने इस ओर कार्यवाही की। जब टीम इस कारखाने पहुंची तो इसकी भनक मालिकान को लग गयी थी जिसके चलते मालिकान व अन्य जिम्मेदार लोग फरार हो गये।
मालिकानों के अभाव में टीम ने अपनी पड़ताल की। इस कारखाने से निकलने वाली गन्दगी से लोग परेशान थे और वह तरह तरह की बीमारियां के शिकार हो रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि कार्यवाही की जा रही है जैसे ही टीम कारखाने पहुंची तो सभी मालिक व जिम्मेदार लोग फरारहो गये। उन्होने कहा कि जिस तरहसे मालिकान लोग फरारहो गये उससे यही प्रतीत होता है कि यह कारखाना अवेैध रूप से संचालित हो रहा था। जांच को अग्रिम कार्यवहाी के लिये भेज दिया गया है। इस फैक्ट्री के विरूद्ध उचित कार्यवाही की जायेगी।
बेचारा फंस गया दरी फैक्ट्री मालिक
लहरपुर-सीतापुर। कोई भी व्यक्ति नही जानता था कि गोला बनाने वाले कारखाने के साथ साथ दरी फैक्ट्री भी फर्जी चल रही थी। जब गोला बनानेके कारखाने पर कोई नही मिला तो टीम दरी के कारखाने की ओर रूकसद कर गयी। टीम के अधिकारियों ने दरी कारखाने के कागज मांगे लेकिन कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति कागजातों को नही दिखा सका। इस कारण दरी के कारखाने के विरूद्ध भी कार्यवाही संज्ञान में लायी गयी है। अधिकारियों ने कहा कि दोनो कारखानों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। पहले नोटिस भेजी जायेगी उसके बाद शासनादेश के तहत अन्य दण्डनात्मक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।