राजेंद्र कुमार
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सियासत से लगातार मात खा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव अब पदयात्रा के जरिए योगी सरकार का मुकाबला करेंगे. जिसके तहत आगामी नौ अगस्त को अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर सपा गाजीपुर से ‘देश बचाओ देश बनाओ समाजवादी पदयात्रा’ निकालेगी. इस यात्रा के जरिए सपा को यूपी में भाजपा का मुकाबला कर सकने वाली पार्टी साबित करने का संदेश अखिलेश यादव देंगे.
इसके साथ ही वह सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के ओमप्रकाश राजभर को भी यह बतायेंगे कि अखिलेश यादव एसी कमरे में बैठकर राजनीति नहीं करता, बल्कि सपा के नेता ही सड़क पर उतरकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नीतियों की खामियों को उजागर करते हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में सपा से नाता तोड़ने वाले सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाया था कि वह एसी कमरे में रहकर राजनीति करते हैं.
सुभासपा के इस आरोप का जवाब सपा की पदयात्रा से मिल जाएगा क्योंकि इस पदयात्रा को अखिलेश ओमप्रकाश राजभर के प्रभाव वाले जिले से ही निकाल रहे हैं. इस यात्रा के जरिए सपा सड़क पर अभियान चलाती नज़र आएगी.
नौ अगस्त को अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर गाजीपुर से यह पदयात्रा होगी. सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के अनुसार, ‘देश बचाओ देश बनाओ समाजवादी पदयात्रा’ का पहला चरण गाजीपुर, बलिया, मऊ, जौनपुर, भदोही होते हुए 27 अक्टूबर को वाराणसी में खत्म होगा. इस पद यात्रा की अगुवाई गाजीपुर जिला अध्यक्ष अभिषेक यादव करेंगे.
यात्रा नौ अगस्त को गाजीपुर स्थित सपा के जिला कार्यालय से शुरू होगी. और 27 अगस्त को बलिया, 8 सितंबर को मऊ, 15 सितंबर को आजमगढ़, 3 अक्टूबर को जौनपुर, 14 अक्टूबर को भदोही, 19 अक्टूबर को वाराणसी पहुंचेगी. 27 अक्टूबर को पदयात्रा के पहले चरण का समापन होगा. बीते विधानसभा चुनावों में सपा ने इन जिलों में भाजपा के विजय रथ को रोका था.
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के अनुसार पार्टी की पदयात्रा जिन जिलों से गुजरेगी उनके समाजवादी पार्टी कार्यालयों, सभी विधानसभा क्षेत्रों, तहसीलों और ब्लॉकों में पहुंचेगी. यात्रा में समाजवादी पार्टी सदस्यता अभियान, तिरंगा झंडा अभियान, नुक्कड़ सभा, जुलूस, संगोष्ठी वृक्षारोपण और पर्यावरण के प्रति जनजागरूकता के कार्यक्रम होंगे. इसके साथ ही योगी सरकार की जनविरोधी नीतियों का खुलासा किया जाएगा.
पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की खामियों को भी पदयात्रा के जरिए सपा नेता उजागर करेंगे. इस पदयात्रा के जरिए जनजागरूकता और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दे को उठाते हुए यूपी में पार्टी की जमीन को एक बार फिर मजबूत करेंगी.
जनता को बताएगी कि बसपा और सुभासपा जनता की हितैषी नहीं भाजपा से सांठगांठ कर उनके वोटों का सौदा करने वाली पार्टी हैं. इनके बहकावे में ना आएं. पार्टी नेताओं के अनुसार, इस यात्रा के जरिए अखिलेश यादव पार्टी कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतारकर सपा को यूपी के राजनीतिक प्लेटफार्म पर सक्रिय करना चाहते हैं.