- न्यूज 7 एक्सप्रेस ब्यूरो
लखनऊ। सोमवार से शुरू हुई बारिश मंगलवार को भी जारी रही। भारी बारिश शहर के लोगों के लिए आफत भी लेकर आई, इस बारिश में कई इलाकों में वर्षाजनित हादसों और जलप्रलय से काफी जानमाल का नुकसान हुआ है। भारी बारिश में लखनऊ महानगर में जलभराव की समस्या गंभीर होने के बीच मंगलवार को प्रशासनिक व नगर निगम अमला हरकत में रहा। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित राज्य के अधिकांश जिले भारी बारिश की चपेट में है। कई जगहों पर तेज बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से रेल, सड़क एवं हवाई यातायात पूरी तरह से बाधित हुआ। बारिश ने मंगलवार को नगर के नालों की सफाई कराने की पालिका की पोल खोलकर रख दी। स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चों और राहगीरों को इसकी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा। कई बार शिकायतों के बावजूद नगर पालिका अपने वादों पर खरा नहीं उतर पायी। मंगलवार सुबह से ही बादलों की आवक से लोगों को बारिश होने की उम्मीद जागी। चंद मिनटों में ही नालियों का पानी सड़कों पर भर गया। जिस कारण हर ओर जलभराव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ा। इससे सड़कों पर चारों ओर नालों से निकली गंदगी फैली थी।
लखनऊ मौसम विभाग के निदेशक जे.पी गुप्ता ने बताया कि अगले 48 घंटों तक रुक-रुककर तेज बारिश होती रहेगी। अभी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। बारिश का दौर इस सप्ताह के अंत तक चलेगा। गुप्ता के मुताबिक, भारी बारिश को देखते हुए पूर्वांचल के अधिकांश जिलों में चेतावनी जारी की गई है और अधिकारियों को किसी भी स्थिति से सतर्क रहने को कहा गया है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेलिसयस दर्ज किया गया। लखनऊ के अतिरिक्त सोमवार को बनारस का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री, कानपुर का 22 डिग्री, इलाहाबाद का 23 डिग्री, झांसी का 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बीच सूबे में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकाारियों को साफ तौर पर निर्देश दिया कि संवेदनशील जगहों पर बाढ़ की चैकियां स्थापित की जाएं और तटबंधों में आई दरारों को जल्द से जल्द भरने का काम किया जाए।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहजिले गोरखपुर को लेकर सरकारी अधिकारियों के पसीने छूटे हुए है। बाढ़ के दौरान लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्य विभाग ने मुकम्मल तैयारी कर ली है। बाढ़ चैकियों पर दवाओं की व्यवस्था के साथ ही डाक्टरों व स्टाफ की तैनाती कर दी गई है। जिले में कुल 86 बाढ़ चैकियां बनाई गई हैं। इन चैकियों पर स्वास्य विभाग ने 206 कर्मियों की तैनाती की है, इसमें 102 महिला एएनएम हैं। 50 मेल वर्कर सुपरवाइजर और 54 डाक्टर भी बाढ़ चैकियों पर तैनात किए गए हैं। सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि कर्मचारियों की तैनाती के साथ ही बाढ़ चैकियों पर उल्टी, दस्त, बुखार, र्चमरोग आदि की दवाएं भी पहुंचा दी गई है। बाढ़ चैकियों पर ओआरएस पैकेट, क्लोरीन की गोलियां भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगों को स्वास्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।